Bihar Buget 2025-26 : बिहार अब हवाई नक्शे पर नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। बिहार विधानसभा में सोमवार को उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने जब 2025-26 का बजट पेश किया, तो एक बड़े ऐलान ने राज्य के विकास को एक नई दिशा देने का संकल्प जाहिर किया। सरकार ने राजगीर, सुल्तानगंज (भागलपुर) और रक्सौल में आधुनिक हवाई अड्डों के विकास की घोषणा की है। इसके अलावा, भागलपुर, वाल्मीकिनगर, वीरपुर (सुपौल), मधुबनी, मुंगेर, सहरसा और मुजफ्फरपुर के हवाई अड्डों को भी उड़ान योजना के तहत विकसित किया जाएगा।
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बिहार की नई उड़ान: छोटे हवाई अड्डों से बड़े सपने
बिहार के लोग अब सिर्फ पटना या गया तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि छोटे शहरों से भी सीधे हवाई सफर का लाभ उठा सकेंगे। 19 सीटों तक की क्षमता वाले छोटे विमानों के संचालन की योजना से अब राज्य के अलग-अलग हिस्सों से हवाई यात्रा सुगम होगी।
राजगीर, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और बौद्ध पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है, अब सीधे हवाई संपर्क से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करेगा। सुल्तानगंज, जहां हर साल लाखों कांवड़िए बाबा अजगैबीनाथ के दर्शन को आते हैं, अब और सुलभ हो जाएगा। वहीं, रक्सौल, जो नेपाल से सटे महत्वपूर्ण व्यापारिक क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, इस हवाई संपर्क से नए आर्थिक अवसरों का द्वार खोलेगा।
हवाई संपर्क से अर्थव्यवस्था को पंख
बिहार में हवाई संपर्क का विस्तार सिर्फ यात्रा सुविधा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था, व्यापार और पर्यटन को भी जबरदस्त गति देगा।
- पर्यटन में बढ़ोतरी: गया और बोधगया के बाद अब राजगीर और वाल्मीकिनगर जैसे क्षेत्रों में भी विदेशी पर्यटकों का आकर्षण बढ़ेगा।
- व्यापार को मिलेगी रफ्तार: मुजफ्फरपुर, भागलपुर और मुंगेर जैसे व्यापारिक केंद्रों में हवाई संपर्क से उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
- आपातकालीन सेवाओं में सुधार: सुदूर इलाकों में बेहतर हवाई संपर्क से चिकित्सा और आपातकालीन सेवाओं को तेजी से पहुंचाया जा सकेगा।
वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने इस घोषणा को “बिहार की हवाई क्रांति” करार दिया। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार सिर्फ बड़े शहरों तक विकास को सीमित नहीं रखना चाहती। छोटे शहरों और कस्बों तक हवाई संपर्क बढ़ाकर हम पूरे बिहार को विकास के पंख देना चाहते हैं।”