महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में हार की कसक अब कांग्रेस के भीतर गूंज रही है। 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद बिहार विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए न केवल एक राजनीतिक परीक्षा होगी, बल्कि गठबंधन की साख बचाने का भी आखिरी मौका। इसी संदर्भ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने पार्टी को सतर्क करते हुए ‘अभी से चुनावी मोड’ में आने की सख्त हिदायत दी है।
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गठबंधन में ‘गांठ’ को समय रहते सुलझाने की नसीहत
तारिक अनवर ने खुलकर कहा कि अगर कांग्रेस को बिहार में वापसी करनी है तो आरजेडी के साथ गठबंधन में किसी भी तरह की गांठ को समय रहते ही सुलझा लेना चाहिए। “यह कोई सामान्य चुनाव नहीं है। बिहार का चुनाव सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहता, इसका असर राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ता है।” उन्होंने हाईकमान को चेतावनी देते हुए कहा, “अगर हम देरी करते हैं तो नुकसान उठाना पड़ेगा। हमें तुरंत समन्वय बैठकें शुरू करनी होंगी।”
बीजेपी-जेडीयू पहले से ‘चुनावी मोड’ में, कांग्रेस क्यों पीछे?
तारिक अनवर ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत में कहा कि बीजेपी और जेडीयू ने पहले से ही अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। वे लगातार बिहार में प्रचार कर रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी खुद कई दौरों पर जा चुके हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन अंतिम समय तक इंतजार करता है, तो यह आत्मघाती साबित हो सकता है।
सीट बंटवारे पर तुरंत बने सहमति, ‘लेट लतीफी’ से होगा नुकसान
अनवर ने कांग्रेस को सुझाव दिया कि चुनाव से कुछ सप्ताह या दिन पहले एक्टिव होने का कोई फायदा नहीं होगा। इसलिए सीट बंटवारे को लेकर जल्द ही स्पष्टता होनी चाहिए। किन सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी, कहां आरजेडी उतरेगी और लेफ्ट का क्या रोल होगा, इसे अभी तय करना जरूरी है।
‘सबक लें, वरना फिर मिलेगी हार’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने हाईकमान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली के चुनाव नतीजों से सीख लेने की जरूरत है। यदि बिहार में कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई गई तो फिर से हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को अब ‘लेट लतीफी’ वाली गलती नहीं दोहरानी चाहिए। अगर हमें भाजपा-जेडीयू को हराना है, तो पूरी ताकत और एकजुटता से लड़ना होगा।”
अब देखना होगा कि कांग्रेस हाईकमान बिहार इकाई को कितनी गंभीरता से लेता है। क्या पार्टी गठबंधन में मजबूती लाने के लिए तत्काल कदम उठाएगी, या फिर चुनाव के नजदीक आने तक इंतजार करेगी? बिहार चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, और कांग्रेस के पास फैसला लेने के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचा है।