बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पटना में राजद कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर शराबबंदी को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी सरकार आई तो ताड़ी को 2016 में बने शराबबंदी अधिनियम से हम इसे बाहर करेंगे। हालांकि तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि हम नशा मुक्ति से कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने ताड़ी को नेचुरल बताया।
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तेजस्वी ने कहा कि शराब बंदी कानून लागू होने के बाद से कितने ही लोगों की जान जा चुकी है। मरने वालों में ज्यादातर लोग दलित और महादलित पिछड़ा वर्ग के थे। हर घंटे 18 लोगों की गिरफ्तारी हो रही है। अभी तक 2000 से ज्यादा लोग जहरीली शराब मारे गए हैं। जिनकी मौत हुई है उसको मुआवजा भी सरकार नहीं देती है। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से विफल है।
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तेजस्वी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून गरीबों की तबाही का कारण तो पुलिस के लिए दमन का हथियार बन गया है। दूसरी ओर तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो 200 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी। बिहार में 100% डोमिसाइल नीति लागू की जाएगी। सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म भरते हैं तो उस फॉर्म का पैसा नहीं देना पड़ेगा।
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दरअसल, बिहार में शराबबंदी एक बड़ा मुद्दा है। सरकार में शामिल दल जहां शुरू से ही शराबबंदी को सही ठहराते रहे तो वहीं विपक्ष दबी जुबान इसपर सवाल उठाता रहा है। विपक्षी दलों के नेता लगातार इस बात को कहते रहे हैं कि शराबबंदी से बिहार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है लेकिन नीतीश कुमार अपनी जिद के कारण राज्य के लोगों के ऊपर शराबबंदी को लाद दिया है। चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों दावा किया कि जैसे ही बिहार में जन सुराज की सरकार बनी 24 घंटे में शराबबंदी को खत्म करेंगे। अब तेजस्वी यादव ने शराबबंदी को लेकर पासा फेंक दिया है।