बिहार विधान परिषद में आज हंगामे का दिन रहा। बिहार विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर तीखा हमला बोला। सदन में जब RJD की महिला विधान पार्षद महिला हिंसा और महिला शिक्षा पर सवाल उठा रही थीं, तब नीतीश कुमार अचानक गुस्से में आ गए और उन्होंने सीधे राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए एक व्यक्तिगत टिप्पणी कर दी। “इनका पति डूब गया, तो इनको मुख्यमंत्री बना दिया!” – यह बयान देते ही सदन में हंगामा मच गया।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर बिहार में सियासत गर्म.. क्या बीजेपी के प्रचारक हैं बाबा बागेश्वर ?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सदन में जबरदस्त गुस्से में नजर आए। उन्होंने कहा कि राजद की सरकार ने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया, जबकि जदयू के शासन में महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा काम हुए हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि “राजद के शासन में महिलाओं के लिए क्या किया गया? उस समय की सरकार ने महिलाओं की शिक्षा के लिए क्या किया? पहले महिलाएं प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के बाद पढ़ाई छोड़ देती थीं, लेकिन हमारी सरकार ने महिला शिक्षा को प्राथमिकता दी।”
राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “जब इनके पति (लालू प्रसाद यादव) डूब गए, तो इनको मुख्यमंत्री बना दिया गया। महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा काम हमारी सरकार ने किया है।” मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, “महिलाओं की शिक्षा से लेकर सुरक्षा तक, आज बिहार में जो भी सुधार हुआ है, वह हमारी सरकार की वजह से हुआ है, न कि आरजेडी की सरकार की वजह से।”
सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक
नीतीश कुमार का यह बयान सुनते ही सदन में माहौल गरमा गया। आरजेडी के एमएलसी इस बयान पर भड़क उठे और सदन में शोर-शराबा शुरू हो गया। जदयू के एमएलसी भी बचाव में उतर आए और सदन में तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। आरजेडी नेताओं ने नीतीश कुमार के इस बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हताशा में इस तरह की बातें कर रहे हैं। आरजेडी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, लेकिन खुद ही एक महिला पूर्व मुख्यमंत्री पर इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। राजद नेताओं ने इसे “महिला विरोधी मानसिकता” करार दिया और नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की।