बिहार की राजनीति और विकास की धुरी एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से घूमने वाली है। अप्रैल में होने वाले इस दौरे को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह अलर्ट हो गया है। पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन से लेकर रोजगार और बुनियादी ढांचे की सौगातों तक, पीएम मोदी का यह दौरा कई मायनों में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पटना एयरपोर्ट को मिलेगी नई उड़ान
पटना का जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब और आधुनिक होने जा रहा है। नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जिससे हवाई यातायात को और मजबूती मिलेगी। इससे न सिर्फ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि बिहार में निवेश और पर्यटन के नए द्वार भी खुलेंगे।
लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है! पीएम मोदी इस दौरान बिहटा एयरपोर्ट का भी शिलान्यास करेंगे, जो राजधानी के वैकल्पिक हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा।
रोजगार और विकास पर बड़ा ऐलान?
भाजपा प्रदेश कार्यालय में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे में युवाओं के लिए बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं। 50 लाख सरकारी नौकरियों और रोजगार के लक्ष्य के साथ राज्य में 12 लाख सरकारी नौकरियां और 38 लाख रोजगार के अवसर देने की बात कही गई है।
इसके अलावा, बिहार के शिक्षा क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए 300 से अधिक नए डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे, जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य को नया आयाम मिलेगा।
महिलाओं के लिए खास सौगात – पिंक बस और जिम ऑन व्हील
महिलाओं के लिए बिहार सरकार एक और नई पहल करने जा रही है – पिंक बस सेवा, जिसमें केवल महिलाएं ही सफर करेंगी। खास बात यह है कि इन बसों के ड्राइवर और स्टाफ भी महिलाएं ही होंगी। महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को लेकर यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
इसके साथ ही “जिम ऑन व्हील” की योजना भी तैयार की गई है, जो पटना में फिटनेस को बढ़ावा देगा। मोबाइल जिम की सुविधा उन लोगों के लिए होगी जो अपने व्यस्त शेड्यूल के कारण नियमित जिम नहीं जा पाते।
क्या बिहार चुनाव की तैयारी का संकेत?
पीएम मोदी का यह दौरा सिर्फ विकास योजनाओं की सौगात देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक गहरी राजनीतिक रणनीति भी दिख रही है। बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और एनडीए के लिए पीएम मोदी का हर दौरा उम्मीदों को आसमान तक ले जाएगा।
विपक्ष लगातार सरकार पर रोजगार, महंगाई और बुनियादी ढांचे को लेकर सवाल उठा रहा है। ऐसे में पीएम मोदी के दौरे में इन सभी मुद्दों का जवाब देने की रणनीति तैयार की जा रही है। सम्राट चौधरी के बयान से यह साफ हो जाता है कि बीजेपी पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है।
नवंबर से पहले बिहार को कितनी और सौगातें?
बड़ा सवाल यह भी है कि पीएम मोदी के इस दौरे के बाद बिहार को और कौन-कौन सी सौगातें मिल सकती हैं? क्या राज्य में आधारभूत ढांचे के और बड़े प्रोजेक्ट्स घोषित किए जाएंगे? और सबसे अहम – क्या रोजगार की ये घोषणाएं जमीन पर भी उतरेंगी या सिर्फ चुनावी वादों तक सीमित रहेंगी?
प्रधानमंत्री के इस दौरे से बिहार में विकास की नई राहें खुलेंगी या यह सिर्फ चुनावी रणभेरी साबित होगी – इसका जवाब आने वाले महीनों में ही मिलेगा।