अगर आप हंसी के लड्डुओं का स्वाद चखना चाहते हैं, तो 12 मार्च की रात अपने कैलेंडर में दर्ज कर लीजिए! बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन, पटना नगर शाखा एक बार फिर अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है और यह वादा करता है कि इस बार हंसी की बरसात कुछ ज्यादा ही जोरदार होगी।
42 सालों की परंपरा, हर साल बढ़ता रोमांच
यह सम्मेलन कोई साधारण आयोजन नहीं, बल्कि 42 वर्षों से चलती आ रही साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत है। हर साल इस मंच पर देशभर के प्रसिद्ध कवि आते हैं और अपनी हास्य, व्यंग्य, वीर रस और गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शाम 7 बजे से शुरू होने वाले इस कवि सम्मेलन में इस बार भी देशभर से चुने हुए कवि अपने काव्य-कौशल का जादू बिखेरने के लिए तैयार हैं।
कौन लगाएगा हंसी का तड़का?
कार्यक्रम के सह-संयोजक राकेश कुमार अग्रवाल (बंसल) ने बताया कि इस बार मंच को अपने शब्दों से सजाने के लिए जिन कवियों को आमंत्रित किया गया है, वे हास्य और व्यंग्य की दुनिया के मंझे हुए कलाकार हैं।
- संदीप भोला (दिल्ली): हास्य के सम्राट, जिनके व्यंग्य बाण सीधे पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर कर देंगे।
- अरुण जेमनी (हरियाणा): हास्य और संवेदनाओं का अनूठा मिश्रण, जो शब्दों में ऐसी मिठास घोलते हैं कि श्रोता वाह-वाह करने लगते हैं।
- हेमंत पांडे (कानपुर): कानपुरिया अंदाज में हंसी का ऐसा तड़का, कि लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएं।
- शंभू शिखर (दिल्ली): शायराना अंदाज में हास्य और कटाक्ष की धार, जो समाज को आईना दिखाने में माहिर हैं।
- सपना सोनी (राजस्थान): अपने चुटीले और रोचक कविताओं से श्रोताओं के दिल जीतने वाली लोकप्रिय कवयित्री।
पटना की धड़कन बना हास्य कवि सम्मेलन
शाखा अध्यक्ष शशि गोयल का कहना है कि हास्य कवि सम्मेलन पटना के लोगों के दिलों में खास जगह बना चुका है। हर साल हजारों लोग इसमें शामिल होते हैं और हंसी के इस महोत्सव का भरपूर आनंद उठाते हैं।
कार्यक्रम संयोजक आशीष आदर्श ने बताया कि पटना के लोग इस कवि सम्मेलन का पूरे साल इंतजार करते हैं और इसे सफल बनाने के लिए एक आयोजन समिति का गठन किया गया है।
सिर्फ हंसी नहीं, सामाजिक सौहार्द का मंच
इस आयोजन का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज को एकजुट करना भी है। शाखा उपाध्यक्ष रंदीप झुनझुनवाला ने कहा कि यह सम्मेलन सामाजिक समरसता, आपसी मेल-मिलाप और होली की शुभकामनाएं देने का बेहतरीन माध्यम है। कोषाध्यक्ष दिलीप मित्तल ने जानकारी दी कि इस आयोजन को सफल बनाने में Lucky Ready Mix Concrete, BMW Ventures Limited, Nature Moulded Furniture और K S College Of Professional Education का महत्वपूर्ण सहयोग मिल रहा है।
पुरानी विरासत, नया जोश
निवर्तमान अध्यक्ष अंजनी कुमार सुरेका ने कहा कि लगातार 42 वर्षों से यह कवि सम्मेलन लोगों का मनोरंजन करता आ रहा है। यह न सिर्फ एक मंच है, बल्कि पटना की साहित्यिक और सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। संवाददाता सम्मेलन में शंभू अग्रवाल और नवीन टिबरेवाल भी उपस्थित थे।
तो तैयार हो जाइए, ठहाकों की बारिश के लिए!
12 मार्च की रात पटना की फिजाओं में सिर्फ हंसी ही गूंजेगी। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आने के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि यह एक ऐसा अवसर होगा जिसे मिस करना मतलब पूरे साल पछताना!
- तारीख: 12 मार्च 2025
- समय: रात 7 बजे
- स्थान: श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, उत्तरी गांधी मैदान, पटना
तो आइए, हंसिए, मुस्कुराइए और इस हास्य महाकुंभ का हिस्सा बनिए!