नयी दिल्ली: अपने दो दिन के मॉरीशस दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी का स्वागत वहां के प्रवासी भारतीय समुदायों ने भोजपुरी गीत गाकर किया। अपने इस सांस्कूतिक स्वागत से विभोर नरेंद्र मोदी पे अपने ट्वीटर पर भोजपुरी में ट्वीट कर उनका आभार जताया है। बता दें वे यहां 12 मार्च को मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। एयरपोर्ट पर मॉरीशस के PM नवीनचंद्र रामगुलाम ने उनका स्वागत किया। इसे लेकर PM मोदी ने X पर पोस्ट कर स्वागत के लिए मॉरीशस के PM का आभार जताया।
इसके बाद मोदी पोर्ट लुईस में अपने होटल पहुंचे। यहां भारतीय प्रवासियों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे के साथ उनका स्वागत किया और तिरंगे लहराए। इसके बाद PM के स्वागत में मॉरीशस की महिलाओं ने पारंपरिक बिहारी ‘गीत गवई’ गाया। इस दौरान पीएम मोदी पारंपरिक भोजपुरी संगीत का आनंद लेते और ताली बजाते नजर आए। बताया जा रहा कि इस विजिट में PM मोदी दोनों देशों के आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। 2015 के बाद भारतीय PM की यह दूसरी मॉरीशस यात्रा है।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारतीय आर्मी की एक टुकड़ी, नौसेना का एक वॉरशिप और एयरफोर्स की आकाश गंगा स्काई डाइविंग टीम भी मॉरीशस के राष्ट्रीय समारोह में भाग लेगी। वहीं मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा कि हमारे देश के लिए ऐसे सम्मानित व्यक्तित्व की मेजबानी करना सौभाग्य की बात है, जो अपने बिजी कार्यक्रम के बावजूद हमारे यहां मुख्य अतिथि के तौर पर आने के लिए राजी हुए हैं। PM मोदी की यात्रा दोनों देशों के मजबूत रिश्तों का सबूत है। माना जा रहा कि PM मोदी की इस यात्रा में ग्लोबल ट्रेड और अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात हो सकती है। इसके साथ ही डिफेंस, ट्रेड, कैपेसिटी बिल्डिंग और समुद्री सुरक्षा में सहयोग करने पर चर्चा होगी।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत और मॉरीशस के बीच साझेदारी का मुख्य उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को बढ़ाना है। दोनों देश हिंद महासागर के रणनीतिक महत्व को पहचानते हैं। बताते चलें कि भारत के लिए खास है मॉरीशस। क्योंकि भारत को घेरने और हिंद महासागर में अपना दबदबा बढ़ाने के लिए चीन ने पाकिस्तान के ग्वादर, श्रीलंका के हंबनटोटा से लेकर अफ्रीकी देशों में कई पोर्ट प्रोजेक्ट में पैसा लगाया है। इसके जवाब में भारत सरकार ने 2015 में हिंद महासागर में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर आल इन द रीजन (सागर प्रोजेक्ट) शुरू किया था। PM मोदी की यात्रा में भारत और मॉरीशस के बीच व्हाइट-शिपिंग जानकारी साझा करने को लेकर MoU साइन हो सकता है।