रंगों का त्योहार होली दस्तक दे चुका है। हर गली, हर मोहल्ला गुलाल और खुशियों से सराबोर होने को तैयार है। लेकिन इसी उमंग के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि असावधानी बरतने से त्योहार की खुशी परेशानी में बदल सकती है।
“होली हर्ष और उल्लास का पर्व है, लेकिन हमें अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए,” यह कहना है पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल अप्रोच फॉर लिविंग (पहल) के चिकित्सा निदेशक एवं वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी का। उन्होंने कहा कि रंगों में मौजूद हानिकारक रसायन और असंतुलित खानपान सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।

कैसे खेलें सुरक्षित होली?
डॉ. तेजस्वी ने होली के दौरान अपनाने योग्य कुछ सावधानियों की ओर इशारा किया:
- प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें – हानिकारक रसायन युक्त रंग त्वचा एलर्जी, खुजली, आंखों में जलन और बालों की समस्याओं का कारण बन सकते हैं। बेहतर होगा कि हर्बल या फूलों से बने रंगों का उपयोग करें।
- त्वचा और बालों की सुरक्षा – रंग खेलने से पहले नारियल तेल, सरसों का तेल या मॉइस्चराइजर लगाएं। बालों में तेल लगाने से रंग जल्दी निकल जाता है, साथ ही बालों को किसी स्कार्फ या टोपी से ढक कर रखें।
- आंखों और कानों की सुरक्षा – रंगों से आंखों की जलन से बचने के लिए सनग्लासेस पहनें और कानों में रूई लगाएं ताकि रंग अंदर न जाए।
- मुंह और नाक को सुरक्षित रखें – रंगों को सूंघने से एलर्जी और सांस की तकलीफ हो सकती है। अस्थमा के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और इनहेलर अपने पास रखना चाहिए।
- त्वचा को हल्के हाथों से साफ करें – रंग छुड़ाने के लिए हल्के हाथों से साबुन या स्क्रब करें, अधिक रगड़ने से त्वचा को नुकसान हो सकता है।
होली के खानपान में रखें संतुलन
होली का मजा केवल रंगों तक ही सीमित नहीं, यह पकवानों और स्वादिष्ट व्यंजनों का भी त्योहार है। लेकिन स्वस्थ रहने के लिए खानपान में संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
- स्वस्थ और संतुलित भोजन करें – घर का बना गुजिया, दही भल्ला, पापड़ी चाट, फलों का सलाद आदि खाएं, लेकिन अधिक तला-भुना और मसालेदार भोजन न लें।
- मीठा सीमित मात्रा में खाएं – अधिक मिठाइयां खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है और पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
- शुद्ध पेय पदार्थों का सेवन करें – नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ, तरबूज का रस या घर की बनी ठंडाई पिएं।
- हाइड्रेटेड रहें – होली खेलते समय पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। रंगों से शरीर पर पड़ने वाले असर को कम करने के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ लें।
इन चीजों से बचें:
- मिलावटी मिठाइयां और तले-भुने व्यंजन
- कोल्ड ड्रिंक्स और अत्यधिक शुगर युक्त पेय
- भांग और नशे का सेवन – इससे डिहाइड्रेशन, चक्कर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- खुले में रखे खाने-पीने की चीजें – बाहर की मिठाइयों और स्ट्रीट फूड में मिलावट की संभावना रहती है, जिससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है।
होली का पूरा आनंद लें, लेकिन सेहत का रखें ध्यान
डॉ. दिवाकर तेजस्वी का कहना है कि होली की खुशियों में सेहत से समझौता न करें। प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें, त्वचा और बालों की सुरक्षा करें, संतुलित भोजन करें और खुद को हाइड्रेटेड रखें। अगर इन सावधानियों का पालन किया जाए, तो होली का रंग और भी चटख और यादगार होगा।