अहमदाबाद: हाल ही में गोवा के दौरे पर पहुंची दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी ने भी कहा था कि पार्टी गोवा और गुजरात में अकेले लड़ेगी। इसके बाद से माना जा रहा था कि आप अपनी पूरी ताकत के साथ उपचुनाव में उतरेगी। वहीं राहुल गांधी ने अपने गुजरात दौरे के बाद कहा थ कि कहा था कि वह 2027 के गुजरात विधानसभा चुनावों में बीजेपी और मोदी को हरा देंगे, हालांकि तब उन्होंने ऐसा करने में इंडिया अलायंस का भी जिक्र किया था, पिछले साल के इस बयान के बाद कांग्रेस ने हरियाणा और फिर दिल्ली में आप से गठबंधन नहीं किया था। वहीं आतिशी के बयान के बाद बाद से माना जा रहा है कि कांग्रेस गुजरात में अकेले आगे बढ़ने की तैयारी कर रही है।
ऐसे में जब कांग्रेस गुजरात में 64 साल बाद अधिवेशन को आयोजित करके अपनी जड़ें जमाने की कोशिश कर रही है तब राज्य में बीजेपी ने एक बड़ा दांव चल दिया है। जिसमें राहुल गांधी के दावे और कांग्रेस-आप की साथ आने की संभावना का इम्तिहान होगा। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायक हर्षद रिबाडिया ने एक बड़े टि्वस्ट में हाईकोर्ट से 2022 के चुनाव परिणाम को चुनौती देने वाली याचिका वापस ले ली है। 2022 के चुनावों में इस सीट पर आप को जीत मिली थी। पार्टी के कैंडिडेट भूपत भायाणी जीते थे, लेकिन लोकसभा चुनावों से पहले भायाणी विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी में चले गए थे। कोर्ट मे केस होने की वजह से विसावदर सीट पर उप चुनाव नहीं हो सका था। अब रिबाडिया के पीटिशन वापस लेने से चुनाव का रास्ता साफ हो गया। उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई के अंत में विसावदर सीट पर उप चुनाव हो सकता है।
रिबाडिया के पीटिशन वापस लेते ही आम आदमी पार्टी की गुजरात ईकाई ने उप चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसुदान गढ़वी ने पार्टी के महामंत्री मनोज सोरठिया और राकेश हिरपरा को विसावदर में सक्रिय कर दिया है। पार्टी को 2022 में पांच सीटों पर जीत मिली थी। पार्टी की कोशिश है कि वह सीट पर कब्जा बरकरार रखे तो वहीं 2017 में इस सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि इस सीट पर आप के साथ कांग्रेस कैंडिडेट उतारती या फिर नहीं, क्योंकि इससे पहले वाव विधानसभा उप चुनाव में आप ने कांग्रेस के साथ फ्रेंडली टाइ अप को देखते हुए उम्मीदवार नहीं उतारा था। कभी बीजेपी के दिग्गज नेता केशुभाई पटेल की सीट रही विसावदर सीट पर पाटीदार मतदाताओं की अच्छी संख्या है।
गुजरात की 182 सीटें में यह दूसरी सीट है जो खाली है। पिछले महीने बीजेपी के विधायक करशनभाई सोलंकी निधन हो गया था। वह मेहसाणा की कड़ी से विधायक थे। ऐसे में अब देखना होगा कि इन दोनों सीटों के उप चुनाव में क्या आप और कांग्रेस के बीच फ्रेंडली टाइअप होगा या फिर नहीं। बीजेपी को 2022 के चुनाव में आप की एंट्री से फायदा हुआ था। कांग्रेस 17 और आप पांच सीटें जीत पाई थी। बीजेपी को 156 सीटें मिली थीं। 2022 के चुनावों में आप और कांग्रेस दोनों ने दोनों ही सीटों पर चुनाव लड़ा था। विसावदर के साथ कड़ी का भी चुनाव हो सकता है।