बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन सत्ता और विपक्ष के बीच जबरदस्त भिड़ंत देखने को मिली। सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह नारेबाजी, पोस्टर प्रदर्शन और तीखी बयानबाजी हुई। विपक्ष ने होली के दौरान हुई 22 हत्याओं को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया, जबकि सत्ता पक्ष ने इसे राजनीतिक हथकंडा बताया। इस दौरान भाजपा के विधायक ने होली के दौरान हुए अपराधों के अपराधी पर ऐसा बयान दिया है कि हंगामा मचा हुआ है।
विधानसभा में गूंजा “बिहार में अपराधराज” का आरोप
राजद विधायक मुकेश रौशन ने सदन में कहा कि होली के दौरान प्रदेश में 22 लोगों की हत्या हुई, जिसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेगी?
वहीं, राजद नेता भाई वीरेंद्र ने नीतीश सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि “बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। मंत्री और सरकार में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं।”
सत्ता पक्ष का पलटवार: “घटनाओं के पीछे आरजेडी का हाथ”
राजद के आरोपों पर भाजपा विधायक राजेश कुमार ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि “बिहार की आबादी 13 करोड़ है। होली जैसे त्योहारों पर छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन ने हर मामले में त्वरित कार्रवाई की है। अपराधियों को बख्शा नहीं जाता, चाहे वह कोई भी हो।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि अपराध की घटनाओं में राजद के लोगों का हाथ हो सकता है और प्रशासन इसकी जांच कर रहा है।
“बिहार में अपराधियों का राज!” – भाई वीरेंद्र का हमला
राजद नेता भाई वीरेंद्र ने विधानसभा में सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि “राज्य में दो-दो पुलिस अधिकारियों की हत्या हो चुकी है। नेता, पत्रकार और आम जनता तक सुरक्षित नहीं हैं। अगर सरकार अपराधियों पर कार्रवाई कर रही होती, तो ऐसी घटनाएं नहीं होतीं।”
उन्होंने नीतीश सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि बिहार में कानून का राज नहीं, बल्कि अपराधियों का शासन है।