बिहार में होली के दौरान पुलिस बल पर हमले की घटनाओं ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ADG लॉ-एंड-ऑर्डर पंकज दाराद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि राज्य में अलग-अलग जिलों से पुलिस पर हमले के 10 मामले सामने आए हैं।
अररिया में ASI की मौत, मुंगेर में पुलिस पर रॉड से हमला
ADG दाराद ने बताया कि अररिया, मुंगेर, पटना, समस्तीपुर और जहानाबाद में पुलिस बल पर हमले की घटनाएं दर्ज की गई हैं। अररिया में एक अपराधी को गिरफ्तार करने के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिसमें ASI गंभीर रूप से घायल हो गए। सिर में चोट लगने के कारण उनकी मौत हो गई।
मुंगेर में भी स्थिति भयावह रही। शराब पीकर उपद्रव करने की सूचना पर पुलिस टीम जब पहुंची, तो वहां मौजूद उपद्रवियों ने रॉड से ASI के सिर पर हमला कर दिया। इस हमले में भी एक बहादुर पुलिस अधिकारी को अपनी जान गंवानी पड़ी।
“जरूरत पड़ी तो गोली मारने का आदेश” – ADG दाराद
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ADG ने कहा कि पुलिस संयम से काम करती है, लेकिन किसी भी परिस्थिति में कानून को कमजोर नहीं पड़ने दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी पुलिस जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई अपराधी हमला करता है तो पहले हवाई फायरिंग करें, लेकिन अगर जानलेवा हमला होता है तो अपराधियों को गोली मारने से भी पीछे न हटें।
“अररिया के अपराधियों का हश्र पूरा बिहार देखेगा” – कुंदन कृष्णन
इस बीच, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कुंदन कृष्णन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अररिया में पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जिसे पूरा बिहार देखेगा। उनके इस बयान से साफ है कि प्रशासन अब किसी भी स्थिति में पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों को बख्शने के मूड में नहीं है।