बिहार की राजनीति में ‘लैंड फॉर जॉब’ स्कैम को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती और विधायक तेज प्रताप यादव से लंबी पूछताछ की। पटना स्थित ईडी कार्यालय में करीब चार घंटे तक चली इस पूछताछ में कई अहम सवाल पूछे गए।
ईडी अधिकारियों ने राबड़ी देवी से यह पूछा कि जिन लोगों से जमीन ली गई, उन्हें वह कैसे जानती हैं और उनसे पहली बार कब मिली थीं? इसके अलावा, पूछताछ के दौरान तेजस्वी यादव द्वारा दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में खरीदे गए बंगले को लेकर भी कई सवाल दागे गए।
पटना के सगुना स्थित अपार्टमेंट को लेकर भी ईडी ने जांच तेज कर दी है। अधिकारियों ने पूछा कि इस अपार्टमेंट की जमीन कब, कैसे और कितने में खरीदी गई? इसका फंडिंग सोर्स क्या था? निर्माण की शुरुआत कब हुई और इसमें कितनी राशि लगी?
मीसा भारती का बड़ा आरोप – चुनाव से पहले साजिश!
पूछताछ के बाद राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने इस पूरी कार्रवाई को बिहार चुनाव से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि “बिहार में चुनाव आने वाले हैं, इसलिए यह सब हो रहा है। जब भी चुनाव करीब आते हैं, तो ये लोग इस तरह की जांच शुरू कर देते हैं। यह सब राजनीति से प्रेरित है।”
हालांकि, तेज प्रताप यादव ने पूछताछ को लेकर किसी भी बयान देने से साफ इनकार कर दिया। यह पहला मौका था जब तेज प्रताप यादव इस मामले में ईडी के सामने पेश हुए थे।
पूरे पूछताछ के दौरान राबड़ी देवी को चाय-पानी की पेशकश की गई, और लंच के दौरान मीसा भारती भी वहां मौजूद रहीं। उन्होंने अपनी मां राबड़ी देवी और भाई तेज प्रताप यादव को खाना खिलाया। इसके बाद राबड़ी देवी को दवाई लेने की अनुमति भी दी गई।