नयी दिल्ली: पिछले दिनों पीएम मोदी के पॉडकास्ट को लेकर उपजे पाकिस्तानी मीडिया और सरकारी दूतावास के आलोचना के बाद भारत ने सख्त रूख अपनाते हुए पाक मीडिया और सरकारी तंत्र को जवाब दिया। भारत ने सख्त लहजे में पाकिस्तान की उस आलोचना को खारिज कर दिया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को भ्रामक और एकतरफा बताया गया था। पीएम मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ बातचीत में कहा था कि भारत ने शांति की राह पर चलने के लिए कई बार प्रयास किए, लेकिन हर बार पाकिस्तान की ओर से दुश्मनी और धोखे का सामना करना पड़ा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान ही इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का सबसे बड़ा रोड़ा है।
उन्होंने इस्लामाबाद को झूठ फैलाने से बाज आने की नसीहत देते हुए कहा कि उसे अपने अवैध कब्जे से भारत की जमीन खाली करनी चाहिए। बता दें रविवार को लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने साफ कहा कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ दशकों से छद्म युद्ध (प्रॉक्सी वॉर) चला रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक दिन पाकिस्तान की लीडरशिप समझदारी दिखाएगी और रिश्ते सुधारने की दिशा में बढ़ेगी। पीएम मोदी ने बताया कि 2014 में जब उन्होंने पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया, तब उनका इरादा रिश्तों को नई दिशा देने का था। लेकिन पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इसे भी धोखे और हमले से जवाब दिया।
इस दौरान भारत ने फिर दोहराया कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को खत्म नहीं करता, तब तक कोई भी बातचीत संभव नहीं। पीएम मोदी के बयान के ठीक बाद अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गैबार्ड ने भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस्लामिक आतंकवाद भारत और अमेरिका दोनों के लिए बड़ा खतरा है। पीएम मोदी की बातों से तिलमिलाए पाकिस्तान ने अपने विदेश मंत्रालय के जरिए बयान जारी कर कहा कि भारत झूठ फैला रहा है और पाकिस्तान को बदनाम कर रहा है। इस्लामाबाद ने जम्मू-कश्मीर पर पुराना राग अलापा और भारत पर विदेशों में “अराजकता फैलाने” का आरोप लगाया।
अब विदेश मंत्रालय ने साफ कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा।” पाकिस्तान ने जो रवैया अपनाया है, वही दोनों देशों के बीच शांति की सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है। 5 अगस्त 2019 को जब भारत ने अनुच्छेद 370 को हटाया और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटा, तब से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और झूठी बयानबाजी कर रहा है। भारत के इस जवाब के बाद पाकिस्तान की तरफ से किया प्रकार की कोई बयानबाजी की खबर फिलहाल तो नहीं है। लेकिन आने इस प्रकार मोदी की कूटनीति में पड़ोसी देश साफ उलझता नजर आ रहा है। इसके साथ ही राजनीतिक पंडितों की माने तो भारज पीओके पर अब सख्त रवैया अपनाने के मूड में दिख रहा है।