नयी दिल्ली: मंगलवार को इजरायल ने ने हमास पर फिर अपना विकराल रूप दिखाते हुए कहर बरपाया है। बता दें गाजा पट्टी क्षेत्र में इतरायल ने कई हवाई हमले किए, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित करीब 404 फिलिस्तीनी मारे गए। यह जानकारी अस्पताल के अधिकारियों ने दी। अचानक किए गए इस हमले की साथ ही जनवरी से लागू संघर्ष विराम टूट गया। 17 महीने से जारी युद्ध के फिर से शुरू होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संघर्ष विराम समझौते में बदलाव की इजरायली मांग को हमास की ओर से अस्वीकार किए जाने के बाद हमले का आदेश दिया। अधिकारियों ने कहा कि हमले का दायरा बढ़ने की संभावना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय व आवास व्हाइट हाउस ने कहा कि हमला करने से पहले उससे सलाह ली गई है। उसने इजरायल के फैसले का समर्थन किया। इजरायली सेना ने लोगों को पूर्वी गाजा छोड़ने और मध्य की ओर बढ़ने का आदेश दिया। इससे संकेत मिलते हैं कि इजरायल जल्द ही नए सिरे से जमीनी स्तर पर सैन्य अभियान शुरू कर सकता है। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, ‘इजरायल अब सैन्य ताकत बढ़ाकर हमास के खिलाफ कार्रवाई करेगा।’रमजान के महीने के दौरान हुए इस हमले से वह युद्ध फिर से शुरू हो सकता है, जिसमें पहले ही हजारों फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। गाजा में व्यापक तबाही हुई है।
इससे हमास की ओर से बंधक बनाए गए लगभग 2 दर्जन इजरायली बंधकों की स्थिति को लेकर भी सवाल उठते हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे अभी भी जीवित हैं। हमास के सीनियर अधिकारी ने कहा कि नेतन्याहू का युद्ध फिर से शुरू करने का फैसला शेष बंधकों के लिए मौत की सजा के बराबर है। इज्जत अल-रिशेक ने नेतन्याहू पर अपने गठबंधन को बचाने के लिए हमले शुरू करने का आरोप लगाया। मध्यस्थों से कहा कि वे इस तथ्य का खुलासा करें कि संघर्षविराम किसने तोड़ा। हमास ने कहा कि मंगलवार के हमलों में 4 सीनियर अधिकारी मारे गए। बमबारी के कई घंटे बाद भी हमास की ओर से किसी हमले की कोई सूचना नहीं आई, जिससे यह संकेत मिलता है कि उसे अभी भी संघर्ष विराम बहाल होने की उम्मीद है।
ये हमले ऐसे समय में किए गए हैं जब नेतन्याहू पर इजरायल में दबाव बढ़ रहा है। बंधक संकट से निपटने के उनके तरीके और इजरायल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख को बर्खास्त करने के उनके फैसले को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है। हमलों के बाद लंबे समय से जारी भ्रष्टाचार के मुकदमे में उनकी हालिया गवाही रद्द कर दी गई। बंधकों के परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्य समूह ने सरकार पर संघर्ष विराम से पीछे हटने का आरोप लगाया। यह भी कहा कि उसने बंधकों के मुद्दे को छोड़ने का विकल्प चुना। बंधकों और लापता परिवारों के संगठन ने बयान में कहा, ‘हम अपने प्रियजनों को हमास की भयानक कैद से वापस लाने की प्रक्रिया को जानबूझकर खत्म करने से हैरान, क्रोधित और भयभीत हैं।’
शव यूरोपियन अस्पताल में लाए गए। यूरोपियन अस्पताल के अनुसार, दक्षिणी शहर राफा में एक मकान पर हुए हमले में परिवार के 17 सदस्यों की मौत हो गई, जिसमें 12 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। मृतकों में पांच बच्चे, उनके माता-पिता और एक अन्य व्यक्ति और उसके तीन बच्चे शामिल हैं। दक्षिणी शहर खान यूनिस में एसोसिएटेड प्रेस के संवाददाताओं ने विस्फोट की आवाज सुनी और धुएं के गुबार देखे। घायल लोगों को एंबुलेंस से नासर अस्पताल लाया गया, जहां मरीज फर्श पर पड़े थे। कुछ दर्द से कराह रहे थे। कई फिलिस्तीनियों ने कहा कि उन्हें युद्ध के फिर से शुरू होने की आशंका थी, जब संघर्ष विराम के दूसरे चरण पर बातचीत फरवरी की शुरुआत में तय समय पर शुरू नहीं हो सकी।
इसके बजाय, इजरायल ने एक वैकल्पिक प्रस्ताव अपनाया और हमास पर इसे स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए क्षेत्र के 20 लाख फिलिस्तीनियों को भोजन, ईंधन और अन्य सहायता के सभी आपूर्ति रोक दी। फिलिस्तीनी निदाल अलजानिन ने गाजा शहर से फोन पर बताया, ‘कोई भी लड़ना नहीं चाहता।’ गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमलों में कम से कम 404 लोग मारे गए और 560 से अधिक घायल हुए। मंगलवार को पहले उसने यह कहा था कि 413 लोग मारे गए और 660 घायल हुए।
हालांकि, उसने मृतकों और घायलों की संख्या को संशोधित किया। बचावकर्मी अभी भी मलबे में मृतकों और घायलों की तलाश कर रहे हैं, जबकि हमले जारी हैं। अमेरिका ने इजरायल का समर्थन किया और हमास को दोषी ठहराया। व्हाइट हाउस ने नए सिरे से युद्ध छिड़ने के लिए हमास को दोषी ठहराया। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने कहा कि आतंकवादी समूह संघर्षविराम को विस्तारित करने के लिए बंधकों को रिहा कर सकता था, लेकिन इसके बजाय उसने इनकार करने और युद्ध का विकल्प चुना।