शिमला: इंजीनियर विमल नेगी की मौत से मचा बवाल। वे 10 मार्च से लापता थे और अब उनका शव भाखड़ा डेम से मिला है। विमल नेगी की पत्नी ने उनके लापता होने से लेकर उनकी मौत तक के लिए बड़े अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की भी मांग की है। इतना ही नहीं खुद सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक्स पर पोस्ट करते हुए विमल नेगी की मौत पर शोक व्यक्त किया है।
अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा, “HPPCL के चीफ इंजीनियर विमल नेगी जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है. जानकारी के अनुसार उनका शव भाखड़ा बांध में झंडूता क्षेत्र से बरामद किया गया है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक-संतप्त परिवारजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. मेरी संवेदनाएं विमल नेगी जी के परिजन के साथ हैं”। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी पावर कार्पोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी के निधन पर शोक प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की और परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्ति की. उन्होंने कहा यह बहुत गंभीर मामला है।
उन्होंने कहा, “विधानसभा सत्र के दौरान मैंने उनकी तलाशी अभियान में तेजी लाने का मामला उठाया था लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आज उनका शव मिला है। इस मामले में बहुत सारे तथ्य सामने आ रहे हैं। परिजनों द्वारा भी उच्च अधिकारियों पर दबाव देने के आरोप लगाए जा चुके हैं। ऐसे में इस मामले की निष्पक्षता पूर्वक जांच होनी चाहिए, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि यह हत्या है या आत्महत्या. मुख्यमंत्री से निवेदन है कि वह परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की गंभीरता से जांच करें और यदि मामले में कोई भी दोषी हो तो उसे किसी सूरत में बख्शा न जाए”।
जानकारी के मुताबिक भाखड़ा डेम से मिले शव की जेब में रखे ड्राइविंग लाइसेंस से पुष्टि की गई और पुलिस को पता चला कि शव विमल नेगी का है। हिमाचल प्रदेश पुलिस पिछले एक हफ्ते से राज्य के चप्पे-चप्पे पर उनकी तलाश कर रही थी। उनका शव मंगलवार को भाखड़ा डेम में मछुआरों को तैरता हुआ मिला था। अब इस मामले में हिमाचल पॉवर कॉर्पोरेशन के उच्च अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की मांग उठ गई है। चीफ इंजीनियर विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने पहले ही प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। अब उन्होंने जल्द अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। उधर हिमाचल पॉवर कार्पोरेशन के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।