ओटावा: कनाडा इस समय दो बड़ी शक्तियों अमेरिका और चीन के टकराव में पिसता नजर आ रहा है। पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर टैरिफ लगाया और उसे अमेरिका में मिलाने की धमकी दी। अब चीन ने कनाडाई वस्तुओं पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है, जिससे उसकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
अमेरिका-चीन के बीच फंसा कनाडा
एक ओर कनाडा अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप की धमकियों से जूझ रहा है, तो दूसरी ओर चीन से भी व्यापारिक तनाव बढ़ गया है। चीन ने कनाडा पर अपने हितों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए जवाबी कार्रवाई की है। दरअसल, कनाडा ने पहले चीन की इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर 100% टैरिफ लगाया था, जिसके बदले में अब चीन ने कनाडाई उत्पादों को निशाना बनाया है।
चीन ने कनाडा पर लगाया 100% टैरिफ
इस महीने चीन ने कनाडा के सरसों के तेल, ऑयल केक और मटर पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इसके अलावा, कनाडा से आयात होने वाले समुद्री उत्पादों जैसे मछलियों और पोर्क मीट पर भी 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया गया है। कनाडाई इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों ने इस फैसले पर चिंता जताई है, क्योंकि इससे कनाडाई किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान हो सकता है।
कनाडा ने WTO में दी चीन की शिकायत
चीन के इस कदम के खिलाफ कनाडा ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शिकायत दर्ज करवाई है। WTO ने पुष्टि की है कि कनाडा ने चीन के नए टैरिफ पर आपत्ति जताते हुए परामर्श की मांग की है। अगर शुरुआती बातचीत से कोई समाधान नहीं निकलता है, तो कनाडा WTO के तहत विवाद निपटाने के लिए तीन से पांच विशेषज्ञों वाले पैनल का अनुरोध कर सकता है।
ट्रंप की धमकी और अमेरिका का टैरिफ
अमेरिका और कनाडा करीबी व्यापारिक साझेदार रहे हैं, लेकिन ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए। ट्रंप ने कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने का प्रस्ताव दिया और कनाडा की अर्थव्यवस्था को अमेरिका पर निर्भर बताते हुए 25% टैरिफ भी लगा दिया। उन्होंने कनाडा पर अवैध प्रवासियों और ड्रग्स तस्करी को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया।
कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा था कि यह एक सोची-समझी रणनीति है, जिससे कनाडा की अर्थव्यवस्था को कमजोर किया जाए और फिर उसे अमेरिका में शामिल करना आसान हो जाए।
अमेरिका-कनाडा व्यापारिक संबंध और घाटा
2024 में अमेरिका और कनाडा के बीच कुल 762.1 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जिसमें अमेरिका ने 349.4 अरब डॉलर की वस्तुएं बेचीं, जबकि 412.7 अरब डॉलर का आयात किया। इस असंतुलन के कारण अमेरिका को 63.3 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ, जिसे ट्रंप कम करना चाहते हैं।
कनाडा के लिए दोहरी मुसीबत
अमेरिका के टैरिफ और चीन के जवाबी हमले के बीच कनाडा की अर्थव्यवस्था दबाव में आ गई है। एक तरफ अमेरिका से उसके व्यापारिक संबंध तनावपूर्ण हैं, तो दूसरी ओर चीन के साथ भी रिश्ते बिगड़ रहे हैं। अगर यह टकराव जारी रहा, तो कनाडाई उद्योगों और कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।