रांची: झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने टाइगर अनिल महतो हत्याकांड को लेकर हेमंत सोरेन सरकार को कठघरे में खड़ा किया। सदन में इस जघन्य हत्याकांड पर सवाल उठाते हुए मरांडी ने आरोप लगाया कि सरकार और पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि रांची पुलिस के एसपी भ्रामक तथ्य फैलाकर जांच को कमजोर कर रहे हैं, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
मरांडी ने कहा कि 26 मार्च 2025 को रांची के कांके चौक पर बीजेपी नेता अनिल महतो की दिनदहाड़े हत्या ने राज्य में कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है। उन्होंने हेमंत सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड तेजी से जंगलराज की ओर बढ़ रहा है। “पुलिस थाने अब अपराध रोकने की जगह अवैध वसूली के अड्डे बन गए हैं। अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और सरकार चुप्पी साधे बैठी है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने एक संदिग्ध को पकड़ा जरूर, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता अभी भी आजाद हैं। मरांडी ने सवाल उठाया कि क्या यह सब सरकार के संरक्षण में हो रहा है? बीजेपी नेता ने इस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की, साथ ही प्रशासनिक निष्क्रियता को जनता के लिए खतरे की घंटी बताया।
इस मुद्दे पर सदन में हंगामा देखने को मिला। बीजेपी विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, जबकि सत्तापक्ष ने इसे कानून-व्यवस्था का सामान्य मामला बताकर बचाव करने की कोशिश की। अनिल महतो की हत्या के बाद बीजेपी ने 27 मार्च को रांची बंद का आह्वान किया था, जिसे लेकर भी मरांडी ने सरकार पर जनता की आवाज दबाने का आरोप लगाया। यह मामला अब सियासी रंग ले रहा है और झारखंड की राजनीति में उबाल लाने की ओर बढ़ रहा है।