रांची: पूर्व जिला परिषद सदस्य एवं भाजपा ग्रामीण जिला महामंत्री स्व अनिल टाइगर की कल हुई हत्या के विरोध में भाजपा द्वारा आहूत आज रांची बंद पूरी तरह सफल रहा। रांची के आम खास, व्यापारी,बुद्धिजीवी, वाहन चालक, स्कूल प्रबंधन, मजदूर सभी वर्गों ने बंद का व्यापक समर्थन किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने बंद को सफल बनाने के लिए सभी का आभार जताया। साथ ही आम जन को बंद के दौरान हुई परेशानियों केलिए क्षमा याचना भी की। श्री मरांडी ने कहा कि जनता की सुरक्षा के सवाल पर भाजपा का सड़क से सदन तक संघर्ष जारी रहेगा।
मरांडी ने हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा
उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस प्रशासन व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।और इसके पीछे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच है ,जिन्हें आम आदमी की पीड़ा परेशान नहीं करती है। अपराधी आम आदमी को निशाना बना रहे और मुख्यमंत्री चैन से सो रहे। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस के कप्तान केवल पुलिस के डीजीपी नहीं है बल्कि सीआईडी,एसीबी और अघोषित रूप से स्पेशल ब्रांच के भी डीजीपी हैं। कहा कि इतना ही नहीं रांची के एस एस पी भी डीआईजी होते हुए भी एस एस पी पद पर बैठे हैं।
जनता समझ नहीं पा रही कि आखिर इतने पदों पर एक व्यक्ति आखिर क्यों? कहा कि इसी से पता चलता है कि राज्य सरकार की पुलिस व्यवस्था किस प्रकार काम कर रही है। मरांडी ने कहा कि राज्य की पुलिस अपना काम छोड़कर और काम में व्यस्त है। सर्वत्र चर्चा है कि राज्य में थानों को रुपए की वसूली केलिए टारगेट फिक्स किया गया है।इसलिए पुलिस अपराधियों को पकड़ने और कार्रवाई करने पर ध्यान नहीं देती बल्कि वसूली में ध्यान देती है। इसलिए राज्य की कानून व्यवस्था दिनों दिन बिगड़ रही। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई न कर उनलोगों से भी वसूली करती है। उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस के संरक्षण में खनिजों, कोयला आदि की अवैध तस्करी हो रही।
सैकड़ों ट्रक किया रोज राज्य से बाहर अवैध तरीके से भेजे जा रहे। कहा कि राज्य में जमीन की अवैध लूट हो रही जिसमें सरकार के लोग शामिल है। सभी दलालों,गुंडों,बदमाशों से थानेदार पैसे की वसूली करते हैं। कहा कि ये सारी चीजें मुख्यमंत्री को देखना चाहिए, इसपर कार्रवाई करनी चाहिए तब कही कानून व्यवस्था ठीक होगी लेकिन ऐसा लगता है मुख्यमंत्री को कोई चिंता नहीं है। कहा कि राज्य सरकार के मंत्री अब इस ध्वस्त कानून व्यवस्था को भी सबसे अच्छी व्यवस्था बताकर जनता का मजाक उड़ा रहे।
इसके पूर्व आज दिन भर भाजपा के कार्यकर्ता टोली बनाकर सुबह से ही केंद्रीय मंत्री संजय सेठ, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह महानगर अध्यक्ष वरुण साहू के नेतृत्व सड़कों पर उतरे और लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से बंद को सफल बनाने का आग्रह किया। विधान सभा में आज बजट सत्र के अंतिम दिन भाजपा और एनडीए के विधायकों ने सदन के बाहर ध्वस्त विधि व्यवस्था के खिलाफ हाथों में तख्ती लेकर जोरदार प्रदर्शन किया।
रघुवर दास ने स्व टाइगर को दी श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज स्व टाइगर के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक ग्रस्त परिजनों को ढाढस बंधाया। कहा कि किसी भी राज्य को चलाने के लिए गवर्नेंस की जरूरत होती है। लेकिन झारखंड में गवर्नेंस की सारी संस्थाएँ ध्वस्त होने के कगार पर है। यही कारण है कि कानून व्यवस्था का मामला हो या सांप्रदायिक सद्भाव, दोनों के मामले में सत्ताधारी दल बुरी तरह विफल रहे हैं। श्री अनिल टाइगर की हत्या के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने मांग किया कि दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई हो। राज्य अलग होने के बाद से कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब नहीं रही जितनी अभी है। कुछ जिलों में अराजकता जैसी स्थिति हो गई है। इसमें रांची राजधानी भी शामिल है, जहां सरकार खुद बैठती है। कहा कि राज्य सरकार को मेरी सलाह है कि ट्रांसपेरेंट, इफैक्टिव और भ्रष्टाचार मुक्त गवर्नेंस बनाने की दिशा में काम करे।
रांची, जमशेदपुर और धनबाद में कमिश्नरी बनाकर पुलिस कमिश्नर की व्यवस्था करें, ताकि अपराध पर नियंत्रण हो सके। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश,प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू डॉ प्रदीप वर्मा पहुंचे स्व अनिल टाइगर के आवास ,परिजनों से की मुलाकात कहा जांच की दिशा को भटकाए नहीं पुलिस प्रशासन आज शाम चलते सदन के बीच भाजपा के तीनों राज्य सभा सांसद दीपक प्रकाश, आदित्य साहू डॉ प्रदीप वर्मा नई दिल्ली से रांची पहुंचे और स्व टाइगर के घर पर शोकाकुल परिजनों से भेट की। स्व टाइगर को श्रद्धांजलि दी। कहा कि राज्य सरकार स्व टाइगर के हत्यारों को गिरफ्तार कर अविलंब कड़ी सजा दिलाए।कहा कि मीडिया में छपी खबरों एवं पुलिस के बयानों से लग रहा कि हत्या के जांच की दिशा को भटकाने को कोशिश की जा रही है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की।