नोएडा से एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जहां विदेशी पोर्न वेबसाइट के लिए गंदे वीडियो बनाने वाले एक पति-पत्नी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया है। पांच साल से चल रहे इस काले धंधे में अब तक 400 से अधिक मॉडल्स का शिकार बनाया जा चुका था। नोएडा के सेक्टर-105 में किराए की कोठी में हाई-फाई स्टूडियो बनाकर ये रैकेट संचालित हो रहा था।
कैसे चलता था यह धंधा?
गिरफ्तार दंपती उज्जवल किशोर और उसकी पत्नी नीलू श्रीवास्तव ने ‘सुबदीगी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की कंपनी बनाई थी। इस कंपनी के जरिए अश्लील वीडियो बनाए जाते थे और उन्हें साइप्रस सहित कई विदेशी पोर्न वेबसाइट्स पर अपलोड किया जाता था। इसके बदले में मोटी रकम क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से ली जाती थी।
सोशल मीडिया पर यह गैंग पहले फेसबुक और बाद में इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप के जरिए लड़कियों से संपर्क करता था। ‘मॉडलिंग ऑडिशन’ के नाम पर झांसा देकर उन्हें बुलाया जाता और फिर विभिन्न कैटेगरी के अनुसार शूटिंग कराई जाती थी। जिन लड़कियों को मनाने में दिक्कत होती, उन्हें ज्यादा पैसे का लालच दिया जाता।
22 करोड़ की कमाई, लड़कियों को मिलता था 25%
ईडी की जांच में सामने आया है कि यह दंपती अब तक 22 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर चुका था। इसमें से मॉडल्स को सिर्फ 25% रकम दी जाती थी, बाकी पैसा पति-पत्नी अपने पास रखते थे। पोर्न इंडस्ट्री में अलग-अलग तरह के कंटेंट की मांग के आधार पर यहां पांच कैटेगरी में शूटिंग की जाती थी, जिसमें हाफ फेस शो, फुल फेस शो और न्यूड शूट शामिल थे।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस रैकेट के मास्टरमाइंड उज्जवल किशोर का संबंध रूस के एक बड़े सेक्स सिंडिकेट से बताया जा रहा है। पहले वह वहां से पोर्न इंडस्ट्री के गुर सीख चुका था और फिर भारत आकर यह गंदा धंधा शुरू किया।
ईडी की टीम ने उज्जवल किशोर और नीलू श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर दिल्ली ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है। शुरुआती जांच में कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आई हैं, जिससे यह मामला और भी बड़ा हो सकता है।