नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी स्टाफ में बदलाव के तहत एक नया चेहरा सामने आया है। भारतीय विदेश सेवा (IFS) की 2014 बैच की अधिकारी निधि तिवारी को अब पीएम मोदी का निजी सचिव बनाया गया है। निधि, जो अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के पद पर तैनात थीं, अब इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संभालेंगी। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) के ताजा आदेश में उनकी नियुक्ति की पुष्टि की गई है।
निधि तिवारी का सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है। 2022 में उन्हें पीएमओ में उप सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था, और उससे पहले वह विदेश मंत्रालय में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर काम कर चुकी हैं। खास बात यह है कि निधि, पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से ताल्लुक रखती हैं। उनके शानदार प्रदर्शन और समर्पण को देखते हुए यह प्रमोशन उन्हें दिया गया है।
निजी सचिव के रूप में निधि तिवारी की भूमिका बेहद अहम होगी। वह प्रधानमंत्री के दैनिक कार्यक्रमों की योजना बनाने, बैठकों के आयोजन और विभिन्न सरकारी विभागों के साथ तालमेल बिठाने जैसे कार्यों को अंजाम देंगी। उनके वेतन को पे मैट्रिक्स के स्तर 12 के अनुसार तय किया गया है।
निधि तिवारी की प्रतिभा का आलम यह है कि प्रशिक्षण के दौरान भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी थी। 2016 में IFS के 2014 बैच के लिए आयोजित एक समारोह में उन्हें एंबेसडर बिमल सान्याल स्मृति चिह्न और बेस्ट ऑफिस ट्रेनी का सम्मान मिला था। साथ ही, उनके शोध प्रबंध को सर्वश्रेष्ठ ठहराया गया, जिसके लिए तत्कालीन विदेश राज्य मंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह ने उन्हें पुरस्कृत किया था। यह सब उनकी मेहनत, कुशलता और कूटनीति में महारत का प्रमाण है। इस नियुक्ति के साथ निधि तिवारी अब पीएम मोदी के करीबी सहयोगियों में शुमार हो गई हैं, और उनके कंधों पर देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।दर्शाता है कि शुरुआत से ही निधि तिवारी ने न केवल अपनी काबिलियत सिद्ध की, बल्कि डिप्लोमैसी की बारीकियों को भी गहराई से आत्मसात किया।