वाराणसी : उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक नाबालिग युवती के साथ कई दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर कथित रूप से सामूहिक यौन शोषण किए जाने का आरोप लगा है। पीड़िता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने 23 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से अब तक 10 को हिरासत में लिया जा चुका है।
यह घटना शहर के लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, 29 मार्च को युवती अपने एक परिचित युवक के साथ घर से निकली थी, लेकिन कई दिनों तक वापस नहीं लौटी। 4 अप्रैल को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई और उसी दिन युवती मिल भी गई। इसके बाद 6 अप्रैल को युवती के पिता ने विस्तृत तहरीर देकर सामूहिक यौन शोषण का आरोप लगाया।
होटल, हुक्काबार और नशीले पदार्थों का इस्तेमाल
पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार, पीड़िता को नशीला पदार्थ खिलाकर विभिन्न होटलों, लॉज और एक कथित हुक्काबार में ले जाकर यौन शोषण किया गया। युवती ने बताया कि उसके साथ एक से अधिक स्थानों पर बार-बार यह अपराध दोहराया गया। जांच में सामने आया है कि शामिल युवकों में से कुछ उसके सोशल मीडिया संपर्कों से थे, जबकि कुछ कॉलेज के परिचित और कुछ अजनबी भी थे।
डीसीपी ने की पुष्टि, जांच जारी
डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने बताया कि युवती की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है और अब तक 10 युवकों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही, आरोपियों की पहचान के लिए होटलों और हुक्काबार के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि अभी जांच प्रारंभिक चरण में है और पीड़िता के बयान व मेडिकल परीक्षण के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।
स्थानीय लोगों और परिजनों की प्रतिक्रिया
हिरासत में लिए गए युवकों के परिजन थाने पर एकत्रित हुए और बताया कि उनके बच्चे अकसर हुक्काबार जाते थे, लेकिन उन्हें इसकी वास्तविक गतिविधियों की जानकारी नहीं थी। स्थानीय स्तर पर अब हुक्काबार की वैधता और कार्यशैली को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
पृष्ठभूमि और पारिवारिक स्थिति
पीड़िता एक साधारण परिवार से संबंध रखती है, उसके पिता वाहन चालक हैं। वह चार बहनों में सबसे छोटी है और एक छोटा भाई भी है। युवती ने इंटरमीडिएट के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और एक स्थानीय कॉलेज में स्पोर्ट्स कोर्स की तैयारी कर रही थी । यह मामला न सिर्फ कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस तरह आधुनिक शहरी माहौल में युवाओं की गतिविधियां आपराधिक दिशा में जा सकती हैं। पुलिस का कहना है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है।