नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को दिल्ली में इजराइल के कृषि एवं खाद्य सुरक्षा मंत्री एवी डिचर के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने कृषि से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और आपसी सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया। बैठक के अंत में भारत और इजराइल के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने वाले समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। यह मुलाकात भारत और इजराइल के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी का हिस्सा है, जो 2008 में शुरू हुए इंडो-इजराइली कृषि सहयोग परियोजना से और मजबूत हुई थी। दोनों देशों ने पहले भी कृषि क्षेत्र में तकनीकी सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें डेयरी, खेती तकनीक और सूक्ष्म सिंचाई पर केंद्रित $50 मिलियन का एक संयुक्त कोष शामिल है।
इस बैठक से दोनों देशों के बीच आधुनिक कृषि तकनीकों और नवाचारों को साझा करने की दिशा में और प्रगति होने की उम्मीद है। बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने पारंपरिक खेती को आधुनिक और गहन खेती में बदलने पर जोर दिया, ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो और उनकी आजीविका बेहतर हो सके। इस अवसर पर दोनों देशों के झंडों के समक्ष एक औपचारिक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एवी डिचर को फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। एवी डिचर, जो इजराइल की शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के पूर्व निदेशक रह चुके हैं, 2022 के अंत में लिकुड पार्टी के सत्ता में लौटने के बाद से इजराइल के कृषि मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव इस सहयोग को एक नया आयाम दे सकते हैं। भारत और इजराइल के बीच यह साझेदारी न केवल कृषि क्षेत्र में तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देगी, बल्कि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को भी और मजबूत करेगी।