बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी रहे शिवदीप लांडे ने आखिरकार उस पगडंडी पर कदम रख ही दिया, जिसकी चर्चाएं महीनों से हवा में थीं। कानून के जंग में अपराधियों की कमर तोड़ने वाले लांडे अब सियासत की बिसात पर उतर चुके हैं—और सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर नहीं, बल्कि मुख्य खिलाड़ी बनने की मंशा के साथ।
आज पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लांडे ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘हिंद सेना पार्टी’ के गठन की घोषणा की। उन्होंने ऐलान किया कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा – “243 सीटों पर उम्मीदवार कोई भी हो, चुनाव तो मैं ही लड़ूंगा।”
जात-पात से ऊपर, जनता के साथ
शिवदीप लांडे ने अपने भाषण में साफ किया कि उनकी पार्टी जाति और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि “हम वोट बैंक नहीं, विश्वास की राजनीति करेंगे। हिंद सेना पार्टी का उद्देश्य एक नई राजनीतिक संस्कृति का निर्माण करना है – जिसमें साफ-सुथरी छवि, पारदर्शिता और ऊर्जा से भरपूर नेतृत्व हो।
पुलिस की वर्दी से राजनीति की कमान तक
एक वक्त था जब अपराधियों के बीच लांडे का नाम डर और खौफ का पर्याय था। पटना, रोहतास, मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में उनकी कार्यशैली की मिसालें दी जाती थीं। लेकिन लांडे का कहना है कि वर्दी में रहकर वह सिर्फ एक जिले तक सीमित थे, अब मैं पूरे बिहार के लिए कुछ करना चाहता हूं।
उन्होंने यह भी कहा कि “जब आप सिस्टम के अंदर होते हैं, तो बहुत कुछ करना चाहते हैं लेकिन बंधे होते हैं। अब सिस्टम को बदलने की जरूरत है – और वही करने मैं आया हूं।”
एनजीओ से राजनीति तक—’रन फॉर सेल्फ’ की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि हाल ही में शिवदीप लांडे ने ‘रन फॉर सेल्फ’ नाम से एक एनजीओ की शुरुआत की थी, जिसके तहत वे युवाओं के साथ प्रदेशभर में दौड़ लगा रहे थे। उस वक्त इसे फिटनेस मूवमेंट कहा जा रहा था, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि यह दौड़ जनता से जुड़ने की तैयारी थी।