ढाका: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना ने निर्वासन से एक बार फिर जोरदार वापसी की घोषणा की है। भारत में शरण लेने वाली हसीना ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को कड़ी चुनौती दी है। उन्होंने कहा, “अल्लाह ने मुझे किसी खास मकसद के लिए जिंदा रखा है। मैं बांग्लादेश लौटूंगी और अपने लोगों को इंसाफ दिलाऊंगी।”
शेख हसीना ने यूनुस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “वह कभी भी लोगों के हितैषी नहीं रहे। उन्होंने ऊंची ब्याज दरों पर गरीबों को कर्ज दिया और उस पैसे से विदेशों में शानो-शौकत की जिंदगी जी। हमने उनकी मदद की, लेकिन हमें उनके दोहरे चरित्र का अंदाजा नहीं था। आज उनकी सत्ता की भूख बांग्लादेश को तबाह कर रही है।” हसीना ने बांग्लादेश को “आतंक का गढ़” बनने का आरोप लगाया और कहा कि अवामी लीग के नेताओं, कार्यकर्ताओं, पुलिस, वकीलों, पत्रकारों और कलाकारों को बेरहमी से निशाना बनाया जा रहा है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश में मीडिया की स्वतंत्रता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “बलात्कार, हत्या और डकैती जैसी घटनाओं की रिपोर्टिंग तक नहीं हो पा रही। अगर कोई सच्चाई दिखाने की कोशिश करता है, तो टीवी चैनल और अखबारों को निशाना बनाया जाता है।” हसीना ने अपने निजी दर्द को भी साझा करते हुए कहा, “मैंने एक ही दिन में अपने माता-पिता और भाई को खो दिया। मुझे अपने लोगों के दुख का अहसास है। अल्लाह ने मुझे बचाया है, शायद वह मुझसे कोई बड़ा काम करवाना चाहता है।”
हसीना ने अपने समर्थकों से वादा किया कि वह जल्द बांग्लादेश लौटेंगी और अवामी लीग के सदस्यों पर अत्याचार करने वालों को सजा दिलवाएंगी। उन्होंने कहा, “जिन्होंने ये जुल्म किए हैं, उन्हें बांग्लादेश की धरती पर इंसाफ के कटघरे में लाया जाएगा। यह मेरा संकल्प है।” शेख हसीना की इस घोषणा से बांग्लादेश की सियासत में हलचल मच गई है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या हसीना की वापसी से देश में सत्ता का समीकरण बदल जाएगा।
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