अहमदाबाद: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को अहमदाबाद, गुजरात में एक सभा को संबोधित करते हुए अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 27% टैरिफ की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस टैरिफ से भारतीय अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ रहा है, लेकिन सरकार ने संसद में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी। खरगे ने कहा, “अमेरिका ने हमारे खिलाफ 26% टैरिफ लगाया, लेकिन सरकार ने संसद में इस पर कोई चर्चा नहीं होने दी। हमने उसी दिन दोपहर को यह मुद्दा उठाया, लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। देश की अर्थव्यवस्था में एकाधिकार स्थापित किया जा रहा है।” उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने “लिबरेशन डे” के तहत यह टैरिफ लागू किया, जिसका असर भारत के ऑटोमोबाइल और फार्मास्युटिकल जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर पड़ा है। भारत टुडे की 3 अप्रैल 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, टाटा मोटर्स जैसे कंपनियों के शेयरों में 5% की गिरावट दर्ज की गई।
बता दें , खरगे ने अपने संबोधन में कहा, “अमेरिका ने हमारे देश के खिलाफ 26% टैरिफ लगाया है, लेकिन केंद्र सरकार ने संसद में इस पर कोई चर्चा नहीं होने दी। हमने उसी दिन दोपहर में यह मुद्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने बड़े आर्थिक मुद्दे पर संसद में विमर्श से बचा जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि यह टैरिफ भारत के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों, जैसे ऑटोमोबाइल, फार्मास्युटिकल्स, और रसायन उद्योग को प्रभावित कर रहा है, जिससे देश की निर्यात क्षमता पर असर पड़ रहा है। “देश में आर्थिक एकाधिकार बढ़ रहा” कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर आर्थिक नीतियों को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “देश की अर्थव्यवस्था में एकाधिकार स्थापित किया जा रहा है। कुछ चुनिंदा लोगों के हाथों में आर्थिक शक्ति सिमटती जा रही है, जो देश के छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए खतरनाक है।”
खरगे ने इस दौरान यह भी जोड़ा कि सरकार को इस तरह के अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक मुद्दों पर पारदर्शिता बरतनी चाहिए और संसद में खुली चर्चा करानी चाहिए ताकि देश की जनता को सच्चाई का पता चल सके। उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 2 अप्रैल 2025 को “लिबरेशन डे” के तहत भारत समेत कई देशों पर पारस्परिक टैरिफ लागू करने की घोषणा की थी। द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस टैरिफ का सबसे ज्यादा असर भारत के कृषि, मशीनरी, फार्मास्युटिकल्स, इलेक्ट्रिकल, और रसायन क्षेत्रों पर पड़ने की आशंका है।