बिहार में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब राजनीति के अखाड़े में एक नया दांव खेला गया है—पोस्टर वार! राजधानी पटना में एक सनसनीखेज पोस्टर सामने आया है, जो सीधे-सीधे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और लालू परिवार पर हमला बोलता है।
इस पोस्टर में लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और राबड़ी देवी की तस्वीरें हैं। लेकिन जो बात इसे और विवादास्पद बनाती है, वह है इस पर लिखा गया संदेश— “सनातन के दुश्मनों को भूलेगा नहीं बिहार!”
पोस्टर में लालू यादव पर 90 के दशक में श्रीराम रथ यात्रा रोकने का आरोप लगाया गया है, वहीं तेजस्वी यादव पर राम मंदिर को लेकर व्यंग्यात्मक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। पोस्टर के नीचे राजद का चुनाव चिह्न ‘लालटेन’ भी अंकित है, मानो यह स्पष्ट संकेत दे रहा हो कि निशाना किस पर साधा गया है।
पोस्टर में छिपा डिजिटल दांव
इस पोस्टर की एक और दिलचस्प बात यह है कि इसमें एक QR कोड (स्कैनर) दिया गया है, जिस पर लिखा गया है— “जंगलराज का अत्याचार जानने के लिए यहां पर स्कैन करें।” स्कैन करने पर यह कोड लोगों को https://bhuleganahibihar.com नामक वेबसाइट पर ले जाता है, जिसमें कथित तौर पर राजद शासनकाल के दौरान हुए अत्याचारों की जानकारी दी गई है।
पोस्टर की टाइमिंग और सियासी मायने
इस पोस्टर का सामने आना एक सोची-समझी राजनीतिक चाल मानी जा रही है। यह ठीक उस समय आया है जब बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज हो रही है और हिंदुत्व का मुद्दा फिर से चर्चा में है। यह पोस्टर कहीं न कहीं भाजपा के नैरेटिव को मजबूत करता दिख रहा है, जिसमें सनातन धर्म के मुद्दे को चुनावी हथियार बनाया जा रहा है।
बिहार की राजनीति में पोस्टर वॉर कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार यह डिजिटल प्रचार के नए आयामों को छू रहा है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या यह पोस्टर किसी राजनीतिक दल द्वारा समर्थित है? या फिर यह किसी अज्ञात समूह का किया-धरा है?