चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है। पांच बार की चैंपियन यह टीम लगातार पांच मैच हार चुकी है और पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे यानी दसवें स्थान पर है। प्लेऑफ की उम्मीदें अब धुंधली नजर आ रही हैं और टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए अपने बचे हुए सभी मैचों में जीत दर्ज करनी होगी।
टीम के कप्तान के रूप में एमएस धोनी की वापसी हुई है, लेकिन चेन्नई के प्रदर्शन में अब तक कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है। अगले मुकाबले में CSK का सामना लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) से होना है। मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में चेन्नई सुपर किंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि धोनी के लौटने से टीम के नतीजे रातों-रात नहीं बदल सकते।
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फ्लेमिंग ने कहा, “धोनी का प्रभाव हमेशा अहम रहेगा, लेकिन वह कोई ज्योतिषी नहीं हैं और उनके पास कोई जादुई छड़ी नहीं है। अगर ऐसा कुछ होता, तो हम पहले ही उसका इस्तेमाल कर चुके होते। हमें उनके साथ मिलकर कड़ी मेहनत करनी होगी।”
गौरतलब है कि रुतुराज गायकवाड़ के कोहनी में हेयरलाइन फ्रैक्चर के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो जाने के बाद एमएस धोनी को फिर से टीम की कमान सौंपी गई है। लेकिन इसके बावजूद टीम अपने पिछले मुकाबले में डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स से आठ विकेट से बुरी तरह हार गई।
फ्लेमिंग ने टीम की खराब फॉर्म को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “हमें छोटे-छोटे कदमों से शुरुआत करनी होगी। बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग – तीनों डिपार्टमेंट में सुधार जरूरी है। पिछले मैच में हमने कोई प्रतिस्पर्धा नहीं दिखाई, जो सबसे ज्यादा निराशाजनक बात रही।” उन्होंने यह भी बताया कि टीम के भीतर आत्ममंथन हो चुका है और अब यह तय किया गया है कि उन्हें आगे क्या करना है। हमें उस तरह का प्रदर्शन करना होगा, जो इस गौरवशाली फ्रेंचाइजी की पहचान है।
प्लेऑफ की उम्मीदें अभी भी कायम?
CSK को अगर प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो अब एक भी मैच हारने की गुंजाइश नहीं है। टीम के पास अब सिर्फ जीत का ही विकल्प बचा है। अब देखना होगा कि एमएस धोनी की कप्तानी में क्या यह अनुभवी टीम वापसी कर पाती है या फिर यह सीजन CSK के लिए बुरे सपने की तरह ही गुजर जाएगा।