बिहार की धरती अब एक नए बदलाव की ओर बढ़ रही है। बदलाव, जो न सिर्फ विकास की बात करेगा, बल्कि उसे आधी आबादी की ज़ुबानी सुनेगा। बिहार सरकार जल्द ही राज्यभर में ‘महिला संवाद’ की शुरुआत करने जा रही है।
महिलाओं के सपनों को मिलेगा मंच
सरकार की इस पहल को सराहते हुए लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने कहा है कि इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत, राज्य के सभी जिलों में 70,000 से अधिक स्थानों पर महिला संवाद आयोजित किए जाएंगे। यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनांदोलन है, जहां महिलाएं एकत्र होकर न केवल अपनी चिंताओं को साझा करेंगी, बल्कि बिहार के विकास की कहानी का हिस्सा भी बनेंगी।
‘महिला संवाद’ – सिर्फ बातचीत नहीं, एक परिवर्तन की शुरुआत
मैथिली ने कहा कि “यह एक मंच है, जहाँ महिलाएँ खुलकर बात करेंगी – अपने सपनों, अपनी अपेक्षाओं और अपनी परेशानियों की। बिहार सरकार का यह प्रयास महिलाओं को नीति निर्माण की प्रक्रिया में सीधे जोड़ने का एक ऐतिहासिक कदम है।”
यह संवाद मंच पर होगी बात:
- शिक्षा की
- स्वास्थ्य की
- सुरक्षा की
- स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की