जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के सिविल लाइंस स्थित आवास पर अचानक छापेमारी की। इस कार्रवाई ने राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। खाचरियावास ने इस छापेमारी को भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार देते हुए कड़ा विरोध जताया है।
खाचरियावास का बयान: “राहुल गांधी के सत्ता में आने पर BJP को जवाब देंगे”
ED की टीम द्वारा आवास के अंदर तलाशी अभियान जारी रहने के दौरान प्रताप सिंह खाचरियावास ने बाहर निकलकर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “मैं एजेंसी का पूरा सहयोग कर रहा हूं, मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। वे अपना काम कर रहे हैं, मैं अपना करूंगा।” हालांकि, उन्होंने BJP पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी, “सरकारें बदलती रहती हैं, जमाना बदलेगा। जिस दिन राहुल गांधी सत्ता में आएंगे, उस दिन क्या होगा, इसका अंदाजा लगा लो। आपने (BJP ने) ये कार्रवाई शुरू की है, हम भी BJP के लोगों के खिलाफ यही करेंगे।”
खाचरियावास ने यह भी बताया कि उन्हें इस छापेमारी का कोई पूर्व नोटिस नहीं दिया गया था। अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार में महत्वपूर्ण विभागों को संभाल चुके खाचरियावास ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया। कांग्रेस नेताओं ने इस छापेमारी को लेकर BJP पर निशाना साधा है, इसे विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने की साजिश करार दिया। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब हाल ही में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जुड़े नेशनल हेराल्ड मामले में भी ED ने कार्रवाई तेज की है।
12 अप्रैल 2025 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, ED ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी से जुड़ी संपत्तियों पर कब्जे की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके पीछे BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी की 2014 की शिकायत है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2014 के बाद से विपक्षी नेताओं के खिलाफ ED की कार्रवाइयों में 60% की वृद्धि हुई है, जिससे इस एजेंसी की स्वतंत्रता पर सवाल उठ रहे हैं। खाचरियावास की टिप्पणी और ED की यह कार्रवाई कांग्रेस और BJP के बीच बढ़ती राजनीतिक तनातनी को और उजागर करती है।