संभल : संभल में 24 नवंबर 2024 को भड़की हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता और कुख्यात गैंगस्टर शारिक साठा के खिलाफ यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। जिला अदालत ने साठा की 2.31 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर उसे सरकार के नाम कर दिया है। यह उत्तर प्रदेश में अपनी तरह की पहली कार्रवाई है, जहां किसी गैंगस्टर की संपत्ति को पूरी तरह सरकार के अधीन किया गया हो। इस संपत्ति का उपयोग अब लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए किया जाएगा।
क्या है मामला?
शारिक साठा और उसके सहयोगी सिकंदर के नेतृत्व वाले गैंग पर 2009 में गैंगस्टर ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। यह गैंग ऑटो लिफ्टिंग और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। जांच में पता चला कि साठा ने संभल के तुरतीपुर इल्हा में 268 वर्ग मीटर की प्राइम प्रॉपर्टी खरीदी थी, जो उसकी पत्नी गुले रोशन और सिकंदर की पत्नी सजा परवीन के नाम पर थी। 2011 में इस संपत्ति को गैंगस्टर ऐक्ट के तहत अटैच किया गया था।
गैंगस्टर ऐक्ट की धारा 14 के तहत संपत्ति के मालिक को यह साबित करना होता है कि संपत्ति वैध स्रोतों से अर्जित की गई है। कई मौके देने के बावजूद शारिक और उसके सहयोगी यह साबित नहीं कर पाए। इसके बाद, संभल पुलिस की लगातार पैरवी और गैंगस्टर कोर्ट के तहत धारा 15 के आदेश पर यह संपत्ति सरकार के नाम कर दी गई।
संभल हिंसा में थी अहम भूमिका
शारिक साठा को संभल में पिछले साल हुई हिंसा का मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसमें 5 लोगों की मौत हुई और कई अन्य घायल हुए थे। यूपी पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने इस मामले में 4400 से अधिक पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। जांच में सामने आया कि शारिक ने इस हिंसा की साजिश रची थी। अधिकारियों के अनुसार, शारिक वर्तमान में यूएई में छिपा हुआ है और उसके अंडरवर्ल्ड की डी-कंपनी से भी संबंध हैं।
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, “शारिक साठा और उसका गैंग लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। 24 नवंबर 2024 की हिंसा में भी इनकी भूमिका थी, जिसमें कई लोगों की जान गई। इस गैंग पर शिकंजा कसने के लिए हमने 2011 में अटैच की गई 2.31 करोड़ रुपये की संपत्ति को गैंगस्टर कोर्ट के जरिए सरकार के नाम करवाया है। यह संपत्ति अब जनकल्याण के लिए उपयोग होगी।”
पुलिस ने बताया कि शारिक साठा से जुड़े 6 मामलों में SIT की जांच पूरी हो चुकी है। चार्जशीट में हिंसा के पीछे की साजिश और गैंग की गतिविधियों का विस्तृत ब्योरा दिया गया है। पुलिस अब शारिक की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है।
एसपी बिश्नोई ने कहा, “यह कार्रवाई अपराधियों के लिए सख्त संदेश है कि उनकी अवैध कमाई को बख्शा नहीं जाएगा। संभल में अपराध और गैंगस्टर गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।”
यह कार्रवाई न केवल शारिक साठा गैंग के लिए झटका है, बल्कि यूपी में गैंगस्टरों और अपराधियों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का भी उदाहरण है।