मुंबई: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पश्चिम बंगाल की स्थिति और वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और उनकी सहयोगी पार्टियों, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है, पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग संसद द्वारा बनाए गए कानून को मानने से इनकार करते हैं, वे देश के संविधान का सम्मान नहीं करते। रिजिजू ने कहा, “पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जो हालत उन्होंने पैदा की है। मुख्यमंत्री, कांग्रेस और उनकी पार्टी के सहयोगी, जो भी कहते हैं कि वे संसद द्वारा बनाए गए कानून को नहीं मानेंगे, वे देश के संविधान को नहीं मानते।
हम 2014 में पहली बार मंत्री बने, हमने सारी जिंदगी विपक्ष में बैठकर काम किया है, लेकिन हमने कभी नहीं कहा कि हम संसद के कानून को नहीं मानेंगे।” उन्होंने वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर चल रहे विवाद पर भी अपनी बात रखी। रिजिजू ने कहा कि इस कानून का विरोध करने वाले लोग देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि मुसलमानों का एक बड़ा वर्ग अब इस संशोधन का समर्थन कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दे रहा है।
रिजिजू ने कहा, “हमें ये नहीं कहना चाहिए कि सभी मुसलमान विरोध कर रहे हैं। इस समय आम मुसलमान वक्फ संशोधन अधिनियम का समर्थन कर रहा है और इसका स्वागत कर रहा है।” वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर हाल के दिनों में काफी विवाद देखने को मिला है। मार्च 2025 में टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, विपक्ष ने इस विधेयक को असंवैधानिक करार दिया था, जबकि केंद्र सरकार ने इसे वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए जरूरी बताया है।
वहीं, अप्रैल 2025 में सुप्रीम कोर्ट ऑब्जर्वर की एक रिपोर्ट में इस मुद्दे पर चल रही कानूनी बहस का जिक्र किया गया था। रिजिजू ने यह भी कहा कि इस तरह के कदमों से पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी, जो गरीब मुसलमानों और महिलाओं के हित में है। इस बयान ने एक बार फिर वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर देश में चल रही बहस को तेज कर दिया है।