नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। ओली ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और इस दुखद घटना पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की।
एक पोस्ट के अनुसार, ओली ने अपने ट्वीट में लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से बात की और पहलगाम आतंकवादी हमले में लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। भारत के साथ नेपाली नागरिक की मौत पर उनकी हार्दिक संवेदना के लिए आभारी हूं।” इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट ने ली है, जिसने पहलगाम के बाइसरण मीडोज में इस हमले को अंजाम दिया।
हमले का व्यापक प्रभाव
यह हमला जम्मू-कश्मीर में हाल के वर्षों में सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक माना जा रहा है। हमले में मारे गए 28 लोगों में दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे, जबकि मरने वालों में ओडिशा, तमिलनाडु, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र के पर्यटक भी थे। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब की यात्रा बीच में ही रद्द कर दी और भारत लौट आए। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को घटनास्थल बाइसरण मीडोज का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, उन्हें आश्वासन दिया कि “आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
भारत-नेपाल संबंधों पर प्रभाव
भारत और नेपाल के बीच लंबे समय से घनिष्ठ संबंध रहे हैं, और इस घटना ने दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को एक बार फिर उजागर किया है। इससे पहले भी, 2023 में बालासोर ट्रेन दुर्घटना के बाद नेपाल ने भारत के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी। दोनों देशों के बीच समय-समय पर सीमा विवाद जैसे मुद्दों पर तनाव देखा गया है, लेकिन संकट के समय में दोनों ने हमेशा एक-दूसरे का साथ दिया है। हाल ही में अप्रैल 2025 में बैंकॉक में आयोजित छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान भी पीएम मोदी और ओली ने मुलाकात की थी, जहां भारत-नेपाल संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा हुई थी।
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की एक टीम भी पहलगाम पहुंच चुकी है और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर जांच में सहयोग कर रही है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और संयुक्त अरब अमीरात ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है।
जम्मू-कश्मीर में पर्यटन इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा है, और इस हमले ने स्थानीय अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाला है। कर्नाटक सरकार ने अपने 40 से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष हवाई ऑपरेशन शुरू किया है।