कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुवेंदू अधिकारी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले पर कड़ा रुख अपनाया है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें पश्चिम बंगाल के दो लोग, बिटान अधिकारी और समीर गुहा भी शामिल थे।
सुवेंदू अधिकारी ने कहा, “हम यह नहीं कह रहे हैं कि लोगों की पहचान की गई और उन्हें मार दिया गया, पीड़ित खुद ऐसा कह रहे हैं। आतंकवादियों ने हिंदुओं की पहचान की और उन्हें मार डाला।” उन्होंने इस हमले को हिंदुओं के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश करार दिया और दावा किया कि चाहे कश्मीर हो, पश्चिम बंगाल हो या पड़ोसी देश बांग्लादेश, हिंदुओं को निशाना बनाने का एक ही मकसद है—उन्हें खत्म करना।
इस हमले ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, हमले के तीन संदिग्धों में से दो की पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के रूप में हुई है, हालांकि अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि हमला धार्मिक आधार पर किया गया था। सुवेंदु ने एक अन्य बयान में कहा, “भारत पाकिस्तान को बर्बाद कर देगा,” जो दिल्ली में हुए प्रदर्शनों और जनता के गुस्से को दर्शाता है।
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं, जिसमें अटारी सीमा चौकी को बंद करना और इंडस वाटर ट्रीटी को निलंबित करना शामिल है। हालांकि, धार्मिक निशाना बनाकर हमले के दावों का अभी तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है, जिससे ऐसी बयानबाजी के सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का खतरा बना हुआ है।
इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और उनकी मदद के लिए दिल्ली हवाई अड्डे पर सभी जरूरी इंतजाम किए जाने की बात कही है। हमले की जांच जारी है और सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर रेसिस्टेंस नामक समूह को इसके पीछे मान रही हैं, हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि अभी बाकी है।