श्रीनगर: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी कल, 25 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर का दौरा करेंगे। यह दौरा हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए किया जा रहा है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे।
रक्षा अधिकारियों के अनुसार, श्रीनगर में जनरल द्विवेदी को स्थानीय सैन्य संरचनाओं के शीर्ष कमांडर घाटी और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। पहलगाम हमला, जो 22 अप्रैल 2025 को अनंतनाग जिले में हुआ, ने एक बार फिर क्षेत्र में आतंकवाद के खतरे को उजागर किया है। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को जिम्मेदार ठहराया है, जो लंबे समय से इस क्षेत्र में एक गंभीर मुद्दा रहा है।
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को “धरती के छोर तक” खोजकर सजा देने की कसम खाई है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा। इस बीच, नियंत्रण रेखा पर सैन्य उपस्थिति और आतंकवाद विरोधी अभियानों को और सख्त किया जा रहा है।
मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और घुसपैठ लंबे समय से एक चुनौती रही है। भारतीय सेना के आंकड़ों के अनुसार, 2014 में अकेले 70 युवा कश्मीरी आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुए थे। नियंत्रण रेखा पर एंटी-इन्फिल्ट्रेशन ऑब्स्टेकल सिस्टम (एआईओएस) और अन्य सुरक्षा उपायों के बावजूद, घुसपैठ और आतंकी हमले समय-समय पर क्षेत्र की शांति को भंग करते रहे हैं।
जनरल द्विवेदी का यह दौरा न केवल सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अपनी रक्षा नीतियों में आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण को कितना महत्व दे रहा है।