नई दिल्ली: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जो कश्मीर में पिछले 25 सालों में पर्यटकों पर हुआ सबसे घातक हमला माना जा रहा है।
नेतन्याहू ने भारत के लोगों और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की। वहीं, पीएम मोदी ने इस बातचीत मे सीमा पार से हुए इस आतंकी हमले की बर्बर प्रकृति पर प्रकाश डाला और अपराधियों एवं उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत के दृढ़ संकल्प को दोहराया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसकी जानकारी दी।
यह हमला 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुआ, जो कश्मीर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस हमले ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे “घिनौना कृत्य” करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत आतंकियों और उनके समर्थकों को कड़ा जवाब दिया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले की निंदा हुई है। इंडोनेशिया ने इसे “नागरिकों के खिलाफ जघन्य हमला” बताया, जबकि अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर के लिए “डू नॉट ट्रैवल” एडवाइजरी जारी कर दी।
भारत और इजरायल के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का इतिहास रहा है। 2017 में पीएम मोदी की इजरायल यात्रा के दौरान दोनों देशों ने नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया था। इस हमले के बाद दोनों नेताओं की यह बातचीत आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई को और मजबूत करने का संकेत देती है।