देवघर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस घटना को “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” करार देते हुए कहा कि भारत के नेतृत्वकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरी दुनिया एक मजबूत नेता के रूप में मानती है। दुबे ने जोर देकर कहा कि पीएम मोदी को 140 करोड़ देशवासियों का अटूट समर्थन प्राप्त है।
निशिकांत दुबे ने झारखंड के देवघर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा, “पहलगाम में हुई घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सहयोग अच्छा है कि भारत का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति को पूरी दुनिया एक मजबूत प्रधानमंत्री मानती है… उन्हें 140 करोड़ देशवासियों का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने बिहार में कहा था कि आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे।”
पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि
जानकारी के अनुसार, 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के पास बैसरण घाटी में पांच आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर गैर-मुस्लिम पुरुष पर्यटक थे। एक स्थानीय मुस्लिम निवासी की भी मौत हुई, जो कथित तौर पर हमलावरों को रोकने की कोशिश कर रहा था। आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), जो लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी संगठन है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। TRF ने दावा किया कि यह हमला कश्मीर घाटी में कथित जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के खिलाफ किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को बिहार में एक जनसभा में कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा करते हुए कहा, “हर आतंकी को ढूंढकर सजा दी जाएगी।” विशेष रूप से, पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अंग्रेजी का भी इस्तेमाल किया, ताकि उनका संदेश वैश्विक समुदाय तक पहुंचे।
हमले के बाद की स्थिति
पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में तनाव बढ़ गया है। हमले के बाद क्षेत्र में अस्थायी लॉकडाउन लगा दिया गया और भारतीय सेना ने आतंकियों की तलाश में हेलीकॉप्टरों की मदद ली। आतंकी कथित तौर पर पीर पंजाल रेंज के ऊपरी इलाकों में भाग गए। इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक संकट को भी गहरा दिया है, जिसके चलते भारत ने 1960 में हुई सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया। इस कदम की निशिकांत दुबे ने पहले भी सराहना की थी।
वैश्विक प्रतिक्रिया और अन्य घटनाक्रम
पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर हमले की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता जताई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमले में शामिल संदिग्ध तीन आतंकियों के स्केच भी जारी किए हैं। इस बीच, कश्मीर के कई इलाकों जैसे श्रीनगर, पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग और बारामूला में विरोध प्रदर्शन देखे गए।
यह हमला 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में हुआ सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है। सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने का संकल्प दोहराया है, और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।