जोरहाट
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने तीखा पलटवार किया है। जोरहाट में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए गोगोई ने कहा कि सरमा पिछले तीन महीनों से उन पर और उनकी पत्नी पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। गोगोई ने बताया कि इन आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट का वे इंतजार कर रहे हैं।
गौरव गोगोई ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ लोगों की एकता के बीच, हिमंत बिस्वा सरमा और उनकी पार्टी के साथी निराधार राजनीति कर रहे हैं। यह उनकी विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश है।” गौरतलब है कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जिसके बाद पूरे देश में एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन देखे गए।
गोगोई ने यह भी आरोप लगाया कि सरमा की यह रणनीति 2026 में होने वाले असम विधानसभा चुनावों से पहले लोगों को भटकाने की कोशिश है। इससे पहले, सरमा ने गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ गोगोई पर ISI से संबंध होने का आरोप लगाया था, जिसके बाद मार्च 2025 में SIT जांच शुरू की गई थी। गोगोई ने इन आरोपों को “चुनाव से पहले का मसाला” करार देते हुए खारिज कर दिया था।
यह विवाद सरमा और गोगोई के बीच लंबे समय से चली आ रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है, जो 2015 में सरमा के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद और गहरा गया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह तकरार असम की सियासत में आने वाले दिनों में और तेज हो सकती है।