नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित प्रथम नागरिक अलंकरण समारोह में शामिल हुईं। इस भव्य समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू जल्द ही समाज में असाधारण योगदान देने वाले व्यक्तियों को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म पुरस्कार, प्रदान करेंगी।
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित इस समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति, पुरस्कार प्राप्तकर्ता और उनके परिवारजन उपस्थित थे। समारोह की गरिमा को देखते हुए, हॉल में पारंपरिक और आधुनिक भारतीय संस्कृति का सुंदर समागम देखने को मिला। उपस्थित लोगों में पारंपरिक परिधानों से लेकर औपचारिक पोशाकों तक की विविधता दिखाई दी, जो भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है।
पद्म पुरस्कार, जो 1954 में स्थापित किए गए थे, कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा, सामाजिक सेवा और सार्वजनिक मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए दिए जाते हैं। ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री। हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर इन पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जो 2022 में भारत की राष्ट्रपति चुनी गईं, देश की पहली आदिवासी और स्वतंत्रता के बाद जन्मी सबसे युवा राष्ट्रपति हैं। उनकी उपस्थिति इस समारोह में भारत की विविधता और समावेशिता का प्रतीक बनकर उभरी। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जिनमें सामाजिक कल्याण और स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रमों का शुभारंभ शामिल है।
राष्ट्रपति भवन, जो भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास है, राष्ट्रीय महत्व के अनेक आयोजनों का केंद्र रहा है। यहाँ आयोजित होने वाले अलंकरण समारोह न केवल पुरस्कार विजेताओं के लिए गर्व का क्षण होते हैं, बल्कि देश की एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रदर्शित करते हैं। इस समारोह का आयोजन भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और गौरवशाली इतिहास का एक जीवंत उदाहरण है।