कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के फलपट्टी मछुआ इलाके में स्थित रितुराज होटल में 30 अप्रैल 2025 को लगी भीषण आग ने 14 लोगों की जान ले ली, जबकि 13 अन्य घायल हो गए। इस हादसे ने शहर में अग्नि सुरक्षा मानकों की कमी को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, “हम कोलकाता पुलिस और फायर ब्रिगेड के साथ एक संयुक्त समिति बना रहे हैं, जो इस हादसे की गहन जांच करेगी। यह ऐसी जगह है जहां आग से लड़ने की कोई व्यवस्था नहीं थी। मौतें आग से नहीं, बल्कि धुएं से हुईं। धुएं को नियंत्रित करने के लिए जो व्यवस्था होनी चाहिए थी, वह नहीं थी।”
ममता बनर्जी ने आगे बताया कि होटल मालिक और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही, उन्होंने कोलकाता नगर निगम को इस मामले की आंतरिक जांच करने का आदेश दिया है। उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा, “ऐसी किसी भी इमारत को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, और जिसने अनुमति दी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
यह भीषण आग 30 अप्रैल की शाम करीब 7:30 बजे मदानमोहन बर्मन स्ट्रीट, बड़ाबाजार क्षेत्र में स्थित रितुराज होटल में लगी थी। प्रारंभिक जांच में पता चला कि होटल में अग्नि सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं थे, जैसे कि आंतरिक अग्निशमन व्यवस्था, उचित वेंटिलेशन और वैकल्पिक प्रवेश-निकास मार्गों की कमी। आग की लपटों से ज्यादा धुएं ने लोगों की जान ली, क्योंकि अधिकांश पीड़ितों की मौत दम घुटने से हुई। एक व्यक्ति की मौत इमारत से कूदने के दौरान हुई।
आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 10 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और हाइड्रोलिक सीढ़ियों की मदद से बालकनियों में फंसे लोगों को बचाया गया। रात भर चले बचाव अभियान में 99 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। यह राशि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित मुआवजे के बराबर है, जिन्होंने पीएमएनआरएफ से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने का ऐलान किया था।
कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। प्रारंभिक जांच में होटल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है, जिसमें ज्वलनशील पदार्थों का अनुचित भंडारण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी शामिल है।
ममता बनर्जी ने इस घटना की निगरानी स्वयं की और स्थानीय लोगों की सहायता की सराहना की, जिन्होंने बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “हम इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी न हो।”
यह घटना कोलकाता के सबसे पुराने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में से एक में हुई, जहां संकरी गलियां और पुरानी इमारतें अग्नि सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती पेश करती हैं। इस हादसे ने एक बार फिर शहर में अग्नि सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने की मांग को तेज कर दिया है।