देश में जातीय जनगणना कराने के केंद्र के फैसले पर बिहार में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है। चूंकि बिहार में यह चुनावी साल है तो आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। आरजेडी जहां इसे लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की जीत बता रही है तो वहीं वहीं कांग्रेस इसे राहुल गांधी की उपलब्धि बता रही है। उधर, सत्ताधारी दल दावा कर रहे हैं कि देश में जाति आधारित जनगणना पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की देन है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बयान पर बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव को याद कर लीजिए कब से वह इस जातिगत गणना को लेकर बात कर रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद लगातार इसके लिए संघर्ष करते रहे। सड़क से लेकर सदन तक हमेशा से जाति जनगणना कराने की मांग को उठाते रहे हैं। लालू प्रसाद ने जो 30 साल पहले लड़ाई लड़ी। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद, यहां जाति आधारित गणना कराया।
सीमांचल में फिर गूंजेगी ओवैसी की आवाज़, AIMIM ने तय किया उम्मीदवार
साल 2015 में भी लालू प्रसाद ने कहा था कि जितने आरएसएस वाले हैं उनका कान पकड़कर भी यह काम करवाना पड़ेगा तो करवाएंगे। आज इनलोगों ने मजबूरी में यह काम करने का फैसला लिया है। क्या सम्राट चौधरी के कहने का यह मतलब है कि हम लोगों के एजेंडे पर ही यह लोग काम कर रहे हैं। बिहार में जाति आधारित गणना की जो रिपोर्ट आई, उसके आधार पर राज्य में 65 फीसद आरक्षण की बात की गई लेकिन केंद्र सरकार ने उसे 9वीं अनुसूचि में शामिल नहीं किया।
Cast Census : मंत्री विजय चौधरी ने कहा- CM नीतीश रहे सूत्रधार.. RJD-कांग्रेस का कोई योगदान नहीं
बीजेपी की सरकार को बताना चाहिए कि हमलोगों ने 65 फीसद आरक्षण बढ़ाया तो उसे 9वीं अनुसूचि में क्यों नहीं डाला गया। ऐसे ही जाति जनगणना चार साल लेट चल रहा है। 2021 में होना था लेकिन 2025 हो गया। परिसिमन से पहले हो जाना चाहिए लेकिन देखिए कबतक होता है। यह लालू प्रसाद और हमलोगों की विचारधारा की जीत हुई है। हमलोगों ने बड़ी लड़ाई लड़ने के बाद इसे हासिल किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि ठीक है जातिगत गणना की घोषणा हुई है लेकिन इस पर अमल भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने लड़ाई लड़ी है और लड़ करके जीत हासिल की है। आगे आगे लालू जी और राष्ट्रीय जनता दल रहती है और सरकार पीछे-पीछे रहती है।
क्या कहा था सम्राट चौधरी ने
पीएम मोदी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सपने को साकार किया है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में हम क्या योगदान कर सकते हैं हमारे मंत्री लगातार इसकी समीक्षा कर रहे हैं। जाति जनगणना के लिए उसको क्या क्रेडिट दिया जाए जिसके पास चार सांसद हैं। लालू प्रसाद यादव बताएं 10 साल में कांग्रेस के साथ सरकार में रहे और 1995-96 जातीय गणना का प्रस्ताव पारित किया गया लेकिन आज तक इसे लागू नहीं किया गया था इसके लिए अपराधी कौन है। कांग्रेस और राजद के लोग सिर्फ हल्ला कर सकते हैं।