बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर महागठबंधन की आज तीसरी महत्वपूर्ण बैठक हुई। पटना में दीघा-आशियाना रोड स्थित एक रिसोर्ट में महागठबंधन की बैठक हुई है। इस बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने की, जबकि वीआईपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी, सीपीआई (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य, कांग्रेस के कृष्ण अल्लावारू, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के रामनरेश पांडे सहित गठबंधन के सभी घटक दलों के प्रमुख नेता, सांसद, विधायक, विधान पार्षद और पदाधिकारी शामिल हुए।
इस बैठक को ‘संवाद कार्यक्रम’ का नाम दिया गया। बैठक में फैसला लिया गया कि बिहार के हर जिले और प्रखंड स्तर पर महागठबंधन संयुक्त कार्यक्रम आयोजित करेगा। इसका उद्देश्य जनता से सीधा संवाद स्थापित कर चुनावी मुद्दों को उजागर करना और भाजपा-जेडीयू सरकार की ‘विफलताओं’ को जनता के सामने लाना है। कार्यक्रमों की तारीखें समन्वय समिति की अगली बैठक में तय की जाएंगी।
बैठक ख़त्म होने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मीटिंग हुई है हम लोग 20 मई को मजदूर की हड़ताल का पूरी तरह समर्थन करेंगे और पूरे जिले में इंडिया गठबंधन के लोग मजदूर के साथ सड़क पर उतरेंगे। उनसे पूछा गया कि गठबंधन में मीटिंग कैसी रही, उन्होंने कहा हम लोग पूरी तरह मस्त हैं।

राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने कहा कि 20 मई को मजदूर की होने वाली हड़ताल में इंडिया गठबंधन के लोग पूरी तरह सड़क पर उतरेंगे उनका समर्थन करेंगे। मुख्यमंत्री पद के दावेदारी को लेकर कहा कि सब कुछ तय है। मुख्यमंत्री पद की घोषणा के नाम को लेकर आपको थोड़ा इंतजार करना होगा। महत्वपूर्ण अभी यह है कि सरकार को हटाना है और समन्वय के साथ जनता के बीच जाना है। जातिगत गणना को लेकर भी इंडिया गठबंधन की बैठक में बातचीत हुई है। पहलगाम आतंकी घटना पर देश एक साथ सरकार के साथ खड़ी है।

मीडिया से बात करते हुए वीआईपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि हमारा एजेंडा बिल्कुल साफ है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनानी है। इस समय राज्य में जनता की नहीं, ब्यूरोक्रेसी की सरकार चल रही है। गांवों और पंचायतों में भ्रष्टाचार चरम पर है। सीएम उम्मीदवार को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि महागठबंधन में कोई भ्रम नहीं है। जिसके पास जनसमर्थन और ताकत होगी, वही नेता आगे बढ़ेगा।

इस बैठक को विधानसभा चुनाव से पहले संगठन स्तर पर पहली बड़ी तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। जिलास्तर के नेताओं की पहली आमदनी इस बैठक में हुई, जिससे साफ है कि अब अभियान को ज़मीनी स्तर तक ले जाने की तैयारी है। महागठबंधन की यह तीसरी बड़ी बैठक थी और नेताओं ने संकेत दिया है कि आगामी कुछ हफ्तों में संगठनात्मक गतिविधियां और तेज होंगी।