नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवल ने मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद देश में सुरक्षा और कूटनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है।
सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में पहलगाम हमले के जवाबी कदमों पर चर्चा हुई। भारत ने पहले ही इस हमले के बाद सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के साथ इंडस वाटर ट्रीटी (IWT) को निलंबित करने, अटारी सीमा क्रॉसिंग को बंद करने और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सभी वीजा रद्द करने जैसे कदम उठाए हैं। इसके साथ ही, भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक दबाव बढ़ा दिया है।
पहलगाम हमले को लेकर भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि इस घटना के दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा था कि पहलगाम हमले के पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा और इसके लिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की ओर से 16 अप्रैल को दिए गए भारत और हिंदू-विरोधी बयानों को भी हमले से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
इस बीच, भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी समर्थन जुटाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। लंदन में भारतीय समुदाय और डायस्पोरा ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें हमले की निंदा की गई और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की गई। दूसरी ओर, खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में 14 स्थानीय आतंकवादियों की पहचान की है, जो पाकिस्तानी आतंकियों को लॉजिस्टिक और स्थानीय खुफिया जानकारी मुहैया करा रहे हैं।
इस मुलाकात के बाद सुरक्षा बलों की कार्रवाई में और तेजी आने की संभावना है। पहलगाम हमले को 26/11 मुंबई हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, और भारत इस मामले में कोई ढील बरतने के मूड में नहीं दिख रहा।