नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। भारत ने एशियाई विकास बैंक (ADB) से पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को तत्काल रोकने की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इटली के मिलान में ADB की 58वीं वार्षिक बैठक के दौरान बैंक के अध्यक्ष मासातो कांडा के साथ इस मुद्दे को उठाया। सीतारमण ने न केवल ADB से फंडिंग रोकने की अपील की, बल्कि इटली और अन्य देशों के वित्त मंत्रियों के साथ भी इस विषय पर चर्चा की। भारत का यह कदम पाकिस्तान को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
पाकिस्तान को FATF ग्रे लिस्ट में डालने की कोशिश
भारत ने वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने के लिए एक और कदम उठाया है। नई दिल्ली ने मांग की है कि पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में दोबारा शामिल किया जाए, ताकि आतंकवाद को वित्तीय सहायता पर लगाम लगाई जा सके।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में बैंकिंग पहुंच बेहद सीमित हैl ADB के आंकड़ों के अनुसार, वहां केवल 21% वयस्कों के पास बैंक खाते हैं। भारत का मानना है कि पाकिस्तान की फंडिंग रोककर आतंकी गतिविधियों को कमजोर किया जा सकता है।
भारत की यह कार्रवाई न केवल आतंकवाद के खिलाफ उसकी जीरो-टॉलरेंस नीति को दर्शाती है, बल्कि वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की उसकी रणनीति को भी मजबूत करती है। आने वाले दिनों में इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया पर सभी की नजरें टिकी हैं।