मुंबई : मुंबई के दादर इलाके में आज सुबह एक स्कूल में सायरन की आवाज गूंजी, जिसने स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा। यह सायरन किसी खतरे का संकेत नहीं, बल्कि एक सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का हिस्सा था। इंडिया टीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह ड्रिल मुंबई के 244 स्कूलों में आयोजित की गई, जो देशभर में 244 जिलों में होने वाले व्यापक मॉक ड्रिल का हिस्सा है। इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध जैसी आपात स्थिति में नागरिकों को तैयार करना है।
बताते चलें कि यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में हो रही है, जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। अप्रैल 2025 में हुए इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक आतंकवादी संगठनों ने ली थी, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के हालिया बयान, जिसमें उन्होंने कश्मीर के लिए “10 और युद्ध” लड़ने की बात कही थी, ने भी स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
इसके साथ ही, 2008 के मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के हालिया प्रत्यर्पण ने भी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर ला दिया है। भारत सरकार ने इस हमले के बाद सख्त कदम उठाते हुए कई सुरक्षा उपाय शुरू किए हैं, जिसमें सिविल डिफेंस ड्रिल भी शामिल है। इस ड्रिल में हवाई हमले की चेतावनी, ब्लैकआउट प्रोटोकॉल और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया का अभ्यास किया गया।
मालूम हो कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह अभ्यास 7 मई 2025 को पूरे देश में आयोजित किया जाना है, जिसमें स्थानीय प्रशासन, सिविल डिफेंस वार्डन, होम गार्ड्स, एनसीसी, एनएसएस वॉलंटियर्स और स्कूल-कॉलेज के छात्र शामिल होंगे। मुंबई में आज की ड्रिल को इसकी शुरुआत माना जा रहा है
पहलगाम हमले के बाद भारत ने कई कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें इंडस वाटर ट्रीटी को निलंबित करना भी शामिल है, जिसे पाकिस्तान ने “युद्ध की घोषणा” करार दिया है। ऐसे में, आने वाले दिनों में सुरक्षा के मोर्चे पर और सख्ती देखने को मिल सकती है।