जम्मू-कश्मीर : जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा एक्शन लिया है। सेना को पहाड़ी जंगलों में आतंकियों के 70 ‘हाइड आउट’ (छिपने के ठिकाने) मिले हैं, जो आतंकी गतिविधियों का एक बड़ा नेटवर्क दर्शाते हैं। यह ऑपरेशन ऐसे समय में हुआ है, जब हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था।
सर्च ऑपरेशन में मिले अहम सबूत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सेना ने जम्मू-कश्मीर के जंगली इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान आतंकियों के कई ठिकाने पाए गए, जिनमें हथियार, विस्फोटक सामग्री और संचार उपकरण शामिल हैं। इन ठिकानों का इस्तेमाल आतंकी संगठन जैसे लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों द्वारा किया जा रहा था। सेना के इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा ऑपरेशन
यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद तेज हुई, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर लगातार गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से ‘अधिकतम संयम’ बरतने की अपील की थी।
आगे की रणनीति
सेना के सूत्रों के अनुसार, इन ठिकानों को नष्ट करने के बाद अब इलाके में और सघन निगरानी की जा रही है, ताकि आतंकी गतिविधियों को पूरी तरह खत्म किया जा सके। सरकार और सेना ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई लंबे समय से जारी है, और सेना का यह हालिया ऑपरेशन एक बार फिर इस बात को रेखांकित करता है कि शांति स्थापित करने के लिए कड़े कदम उठाना कितना जरूरी है।




















