नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी शिविरों पर “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया, जिसमें 26 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल से बातचीत की अपील की है।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, डार ने कहा, “मैं NSA अजित डोभाल से बात करना चाहता हूं।” यह बयान ऐसे समय में आया है, जब दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर है। भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों को खारिज किया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी चिंता जताई है। तुर्की के विदेश मंत्री ने इशाक डार से संपर्क किया है, जिसे डी-एस्केलेशन की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। वहीं, चीन ने दोनों देशों से “शांति और स्थिरता” के हित में अधिकतम संयम बरतने की अपील की है।
पाकिस्तान में भी इस तनाव का असर देखने को मिल रहा है। लाहौर हवाई अड्डे को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है, और सीमा पार से गोलीबारी की खबरें सामने आ रही हैं। इसके अलावा, पाकिस्तान ने सुरक्षा चिंताओं के चलते कराची और लाहौर के हवाई क्षेत्र को मई 2025 तक बंद करने का फैसला किया है।
भारत की ओर से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और अन्य उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने सशस्त्र बलों को “उपाय, लक्ष्य और समय” तय करने की पूरी आजादी दी है।
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार की NSA अजित डोभाल से बातचीत की अपील, तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। हालांकि, भारत का रुख स्पष्ट है कि आतंकवाद के मुद्दे पर किसी भी तरह की बातचीत से पहले पाकिस्तान को ठोस कार्रवाई करनी होगी।
इस घटनाक्रम से both देशों के बीच के रिश्तों पर गहरा असर पड़ेगा, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें भी इस पर बनी हुई हैं।