नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। गुरुवार सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर 2’ के तहत पाकिस्तान के कई एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाकर सटीक हमले किए। इन हमलों में लाहौर में स्थित पाकिस्तान के एक प्रमुख एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। इस कार्रवाई के बाद अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें लाहौर को तुरंत छोड़ने या सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का निर्देश दिया गया है।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई और बढ़ता तनाव
यह कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बढ़ती गोलाबारी और 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन-मिसाइल हमले की कोशिश के जवाब में की गई है। पाकिस्तान ने ये हमले भारत द्वारा पहले किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकी ठिकानों पर हमलों का बदला लेने के लिए किए थे, जिसमें 26 आतंकवादी मारे गए थे। भारत के इस ताजा हमले में इजरायली निर्मित हारोप ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया, जिसने पाकिस्तान के चीनी निर्मित HQ-9 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया।
अमेरिकी एडवाइजरी और लाहौर में हलचल
अमेरिकी दूतावास ने अपने बयान में कहा, “लाहौर में सक्रिय संघर्ष क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षित रूप से शहर छोड़ने या सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी जाती है।” खबरों के मुताबिक, लाहौर के मुख्य हवाई अड्डे के आसपास के कुछ इलाकों को खाली कराया जा रहा है।
S-400 और HQ-9: तकनीकी जंग का नया मोर्चा
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे इस तनाव में दोनों देशों के एयर डिफेंस सिस्टम भी चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। भारत का रूसी निर्मित S-400 सिस्टम और पाकिस्तान का चीनी HQ-9 सिस्टम 2019 के हवाई टकराव के बाद से दोनों देशों की सुरक्षा रणनीति का अहम हिस्सा हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, S-400 ने रूस-यूक्रेन युद्ध में अपनी प्रभावशीलता साबित की है, जबकि HQ-9 अभी तक युद्धक्षेत्र में अप्रयुक्त है।