नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान की ओर से चलाए जा रहे एक बड़े पैमाने पर गुमराह करने वाले प्रचार अभियान का पर्दाफाश किया है, जिसमें पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी (DG ISPR) ने भारतीय मीडिया की क्लिप्स को संपादित कर गलत संदर्भ में पेश किया। इस प्रचार अभियान का उद्देश्य पाकिस्तान की जनता को गुमराह करना था, ताकि उन्हें यह भ्रम पैदा हो कि भारतीय वायुसेनाओं को नष्ट कर दिया गया है।
बताते चलें कि हाल ही में, भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर में हवाई हमले किए, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस तनावपूर्ण स्थिति में, पाकिस्तान की ओर सेभ्रामक तथ्यों को प्रसारित अर्थात disinformation का इस्तेमाल किया गया, जिसमें भारतीय चैनलों की फुटेज को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। पाकिस्तानी मिडिया ने जारी की गुमराह करने वाली फुटेजDG ISPR ने एक मीडिया ब्रीफिंग में भारत की एक TV News Channel की एक वीडियो क्लिप के हिस्सों का इस्तेमाल किया, जिसे एडिट कर ऐसा दिखाया गया मानो भारतीय चैनलों ने भारतीय वायुसेनाओं के विनाश की रिपोर्ट की हो। जबकि मूल वीडियो में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि सभी हमले रोक लिए गए थे।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर संदीप के. शुक्ला ने कहा, “डिजिटल प्लेटफॉर्म disinformation के लिए युद्ध के मैदान बन जाते हैं। यह प्रचार अभियान भी युद्ध की रणनीति का हिस्सा है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ाने के लिए इस तरह के अभियान चलाए जाते हैं।इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताएं बढ़ा दी हैं, क्योंकि दोनों ही देश परमाणु हथियारों से लैस हैं। सऊदी अरब और ब्रिटेन जैसे देशों ने तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की है, जबकि यूएस ने भी सावधानी बरतने की अपील की है।
यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच disinformation के इस्तेमाल को उजागर करती है, जो पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और जटिल बना रही है। भारत ने इस प्रचार अभियान को बेनकाब कर पाकिस्तान की मंशा पर सवाल उठाए हैं, जबकि दुनिया भर में शांति और स्थिरता की अपील की जा रही है।