पाकिस्तान की ओर से की गई अकारण गोलीबारी में BSF सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए। उनकी शहादत ने पूरे बिहार को झकझोर दिया है। लेकिन इस दुख के साथ, उनके परिवार का गर्व और आक्रोश भी साफ झलक रहा है।
शहीद की बड़ी बेटी बेनजीर खातून ने आंखों में आंसू और आवाज में आक्रोश के साथ कहा कि “मेरे पिता देश के लिए शेर की तरह लड़े और शहीद हो गए। सरकार से मेरी मांग है कि वो पाकिस्तान से इस शहादत का मुंहतोड़ बदला ले।” उन्होंने आगे कहा कि ये सिर्फ उनके पिता की नहीं, बल्कि पूरे देश की अस्मिता पर हमला है और इसका जवाब पाकिस्तान को देना ही होगा।
छोटी बेटी फरीदा की मांग – “पापा के नाम से बने हॉस्पिटल”
छोटी बेटी फरीदा खातून ने अपनी मासूम लेकिन मजबूत आवाज में कहा कि “सरकार हमारे गांव में हॉस्पिटल और पेट्रोल पंप बनाए ताकि समाज की सेवा हो और मां का भविष्य सुरक्षित हो सके। मेरे पापा सबकी मदद करते थे, अब उनके नाम से मदद होती रहे।”
पत्नी की पीड़ा – “फोन बंद हो गया था, दिल घबराने लगा”
शहीद की पत्नी ने कहा कि “चार दिन से फोन नहीं लग रहा था, दिल घबरा रहा था। फिर खबर आई कि उनके पैर में चोट है… लेकिन हकीकत ये थी कि वो अब इस दुनिया में नहीं हैं।” उन्होंने सरकार से मांग की कि “मेरे बेटे को आईएएस बनना है, उसे सहायता मिलनी चाहिए और पाकिस्तान को सबक मिलना चाहिए।”
पूरा परिवार आज भी अपने लाल की शहादत से गर्वित है लेकिन साथ ही आक्रोशित भी है। उनका साफ संदेश है कि देश के सैनिकों की जान की कीमत सिर्फ श्रद्धांजलि से नहीं चुकाई जा सकती – कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।