जेनेवा/हांगकांग : जेनेवा में हुई उच्च-स्तरीय वार्ता के बाद अमेरिका और चीन ने अपने चल रहे व्यापार युद्ध में 90 दिनों की अस्थायी राहत की घोषणा की है। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर लगाए गए अधिकांश टैरिफ को निलंबित करने पर सहमति जताई है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को राहत मिलने की उम्मीद है।
इस समझौते के तहत अमेरिका ने चीनी आयात पर टैरिफ को 145% से घटाकर 30% कर दिया है, जबकि चीन ने अमेरिकी आयात पर अपने टैरिफ को 125% से घटाकर 10% कर दिया है।
यह समझौता बीते सप्ताहांत जेनेवा में दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के बीच दो दिनों तक चली गहन चर्चा का नतीजा है। अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट और यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव जेमिसन ग्रीर ने किया, जबकि चीन की ओर से वाइस प्रीमियर हे लिफेंग ने प्रतिनिधित्व किया।
बेसेंट ने इसे “पर्याप्त प्रगति” करार देते हुए कहा, “हम संतुलित व्यापार चाहते हैं, और दोनों पक्ष इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।” यह कदम तब उठाया गया जब दोनों देशों के बीच टैरिफ की जंग ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को हिला दिया था। सीईपीआर की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, टैरिफ में वृद्धि ने 2025 में वैश्विक व्यापार में तेज गिरावट और अमेरिका में बड़े आर्थिक नुकसान की आशंका जताई थी।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने इस समझौते को “महत्वपूर्ण कदम” बताया और उम्मीद जताई कि अमेरिका अपनी “एकतरफा टैरिफ नीतियों” को पूरी तरह से ठीक करेगा। दूसरी ओर, स्कॉट बेसेंट ने सीएनबीसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि दोनों देशों ने “ऊपरी टैरिफ दबाव से बचने के लिए एक तंत्र” स्थापित किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका चीन से पूरी तरह से अलग होने की दिशा में नहीं बढ़ रहा है, बल्कि स्टील, सेमीकंडक्टर और दवाओं जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता पर ध्यान देगा।